पुलवामा आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवानों की शहादत को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपनी सियासत चमकाना शुरु कर दिया है। गुजरात BJP के नेता और पार्टी प्रवक्ता भरत पंड्या ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि हमले के बाद देश में जो राष्ट्रवादी लहर है उसको ‘वोट’ में तबदील करें।
वडोदरा में पार्टी की बूथ-स्तरीय बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पंड्या ने कहा, “जम्मू-कश्मीर में जो हमला हुआ… उसके दृश्य आपने ज़रूर देखे होंगे। सभी मतभेदों को एक तरफ रखते हुए, लोग राष्ट्रवाद की भावना के साथ आए हैं। लोगों ने रैलियों और आंदोलन के माध्यम से देश के लिए अपना प्यार दिखाया है।
BJP नेता ने कहा कि जब मनमोहन सरकार के दौरान मुंबई में आतंकी हमला हुआ था, तब कैसा माहौल था? संसद में किस तरह के मुद्दे उठाए जा रहे थे? चर्चाएं इस बारे में थीं कि स्थानीय लोग, जो आतंकवादियों का समर्थन कर रहे थे, की जांच की जाए और उन्हें सुरक्षा एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किया जाए… लेकिन आज स्थिति बहुत अलग है।
उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के मद्देनजर पहले ही कई कार्रवाई की जा चुकी है। देश के नागरिक देर रात तक जागते हैं कि पाकिस्तान के खिलाफ क्या कार्रवाई की जा रही है। अभी देश में यही भावना है। पूरा देश राष्ट्रवाद की भावना के साथ एकजुट खड़ा है, और यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस एकता को एकजुट वोट में परिवर्तित करें।
BJP नेता ने पार्टी कार्यकर्ताओं को अपने शब्दों को लेकर सतर्क रहने की सलाह देते हुए कहा, ‘पार्टी को खराब छवि देने के लिए आपके शब्द जिम्मेदार नहीं होने चाहिए। शब्द दवा की तरह होने चाहिए’।
BJP नेता के इस बयान पर वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने दुख ज़ाहिर किया है। उन्होंने ट्विटर के ज़रिए कहा, “हमारे शहीदों के शवों पर वोटों की तलाश शुरू हो गई है: कम से कम यहां कोई इसे सीधे कह तो रहा है! हमारे सैनिकों की लाशों के ऊपर वोट कैसे बटोरे जाएं: यह है राजनीति! दुखद..”।
The quest for votes over dead bodies of our martyrs has begun: atleast here is someone saying it directly! हमारे सैनिकों के लाशों के ऊपर वोट कैसे बटोरे जाए: यह है राजनीति! दुखद.. pic.twitter.com/dKaeWp8qmj
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) February 19, 2019