गुरुवार को मोदी सरकार के 25 केंद्रीय मंत्रियों ने शपथ ली। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ को
मानव संसाधन विकास मंत्रालय सौंपा गया है। ये मंत्रालय पहले प्रकाश जावडेकर संभाला करते थे।
ये वहीं रमेश पोखरियाल हैं जिन्होंने लोकसभा मे कहा था कि ज्योतिष के आगे खगोल विज्ञान बौना है। पोखरियाल ने कहा कि ज्योतिष, खगोल विज्ञान से कहीं आगे है, इसलिए दुनिया भर में ज्योतिष को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
पोखरियाल यही नहीं रुक जाते। उन्होंने आगे दावा किया कि भारत में परमाणु परीक्षण तो लाखों साल पहले हो चुका है और यह परीक्षण संत कणाद ने किया था। उन्होंने कहा कि प्राचीन भारत की चिकित्सा प्रणाली आज से बेहतर थी, क्योंकि उस समय सर्जरी के जरिये भगवान गणेश को हाथी का सिर लगाया गया था।
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उन्होंने ‘योजना एवं वास्तुकला विद्यालय विधेयक, 2014’ पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा था कि ज्योतिष का मजाक नहीं उड़ाया जाना चाहिए। आयुर्वेद को देश मे परिहास का विषय बताया जाता था। उसी आयुर्वेद को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिल रही है।
रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ अगले पांच साल देश की शिक्षा व्यवस्था को संभालने जा रहे हैं। उन्हें बिखरी हुई शिक्षा प्रणाली को ठीक करने का भार दिया गया है। देखना होगा क्या आने वाला समय शिक्षा को बेहतर बनता है या किताबों का भार कम करने के चक्कर मे शिक्षा का हिन्दू’करण’ को जाता है।