
कल शुक्रवार की सुबह प्रवर्तन निदेशालय ने सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और उनके कई करीबियों के यहां छापेमारी की। मुख्यतः यह छापेमारी दिल्ली के सुखदेव विहार स्थित रॉवर्ट वाड्रा के ऑफिस में की गई। सूत्रों के मुताबिक यह कार्रवाई रक्षा सौदों में कथिक रिश्वत लेने से जुड़े मामले को लेकर की गई
लेकिन अब राबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी के वकील तबरेज का ईडी पर आरोप है कि ईडी के अधिकारी दरवाजे तोड़कर अंदर घुसे और कर्मचारियों को 13 से 14 घंटे तक बंधक बनाए रखा।
ईडी ने ना सिर्फ गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे तौड़े बल्कि ऑफिस को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया। साथ ही साथ ही ईडी के अधिकारियों ने ऑफिस के सारे तले भी तौड़ दिए।
प्रवर्तन निदेशलाय की इस 16 घंटे से अधिक चली तबड़तो छापेमारी के बाद अब कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है। ईडी की इस कार्रवाई के विरोध में कल कांग्रेस की ओर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई जिसमें मोदी सरकार पर देश के संविधान और कानूनों से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया गया।
कांग्रेस की ओर से पत्रकारों को संबोधित करते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि मोदी सरकार के पाँव अब कब्र में लटके हैं। मोदी सरकार संविधान और कानूनों को तक पर रख कर अपने पाँवों तले इन्हें रौंद रही हैं। रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कार्रवाई करने का मकसद पांच राज्यों में भाजपा की होने वाली हार से ध्यान हटाने के लिए ही की जा रही है।
सुरजेवाला ने कहा कि सीबीआई, इनकम टैक्स और ईडी अब मोदी जी की गुलामी कर रहें हैं। यह सभी जांच संस्थाएं अब राजनीतिक दलाल की तरह काम कर रहीं हैं। सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री मोदी को डॉन कहते हुए कहा कि मोदी जी अपने राजनीतिक विरोधियों से अपराधिक ढंग से बदला ले रहें हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जनता का पैसा लेकर भागने वालों के लिए रेड कार्पेट बिछाती है लेकिन कानून के दायरे में रहने वाले व्यक्तियों को मोदी सरकार की इन जांच ऐजंसियों के जवाब देने पड़ते हैं।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हम मोदी सरकार की इन कार्रवाई से न तो डरने वालें हैं न ही हम पर इन कार्रवाईयों से किसी तरह का दवाब पड़ता है।