शनिवार 16 फरवरी को ENBA अवॉर्ड्स 2018 में NDTV इंडिया को बेस्ट न्यूज चैनल ऑफ द ईयर के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। NDTV इंडिया की तरफ से अवॉर्ड लिया चैनल के सीनियर एग्जीक्यूटिव एडिटर रवीश कुमार ने।

इस दौरान रवीश कुमार ने ‘Zee हिंदुस्तान’ के उस बैनर पर टिप्पणी की जिसमें लिखा था कि ‘रवीश का टाइम अब नहीं रहा प्राइम’

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रवीश ने कहा- ‘रवीश का टाइम कभी खत्म नहीं हो सकता है। आपको हजारों अवॉर्ड मिल जाएंगे। आपकी टीआरपी सौवें माले पर चढ़ जाएगी तब भी रवीश की जरूरत रहेगी। पत्रकारिता में हर आम आदमी कभी न कभी कोई न कोई रवीश ढूंढेंगे।’

पुलावाम हमले के बाद उन्मादी भाषा बोल न्यूज चैनलों को सलाह देते हुए रवीश कुमार ने कहा हमें ऐसे माहौल में उन्माद की भाषा के इस्तेमाल से बचने की जरूरत है।

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इस पेशे का उसूल यही है कि हम काम करते हुए हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि न तो खुद भावनाओं में बहेंगे और न ही किसी को उकसाएंगे। आप सब जब यहां से जाएंगे तो अपने अपने ट्वीट को पढ़िएगा। मैं मजा खराब नहीं करना चाहता लेकिन आप चैनल वालों ने सच में हिन्दुस्तान का मजा खराब कर दिया है।

जो भाषा और जिस तरह से काम चल रहा है पिछले पांच साल से आज या कल जब कोई दस साल बाद यू-ट्यूब के तहखाने में जाकर ढूंढेगा कि इस समय कौन क्या कर रहा था तब पता चलेगा कि कोई एनडीटीवी भी था जो भीड़ नहीं बन रहा था। न हम भीड़ बन रहे थे न हम भीड़ बना रहे थे।

NDTV इंडिया को मिला ‘बेस्ट न्यूज चैनल ऑफ द ईयर’ का अवॉर्ड, रवीश बोले- चैनलों को उन्मादी भाषा से बचना चाहिए

मैं भाषण नहीं दे रहा हूं। मैंनें पहले भी कहा कि आज टीवी का पर्दा जो है वह बहुत तरीकों की चुनौतियों से गुजर रहा है। बिजनेस की चुनौतियां हैं।

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