2013 में हुए मुज़फ़्फ़रनगर दंगों के आरोपियों को माफ़ करने के योगी सरकार के फ़ैसले पर पत्रकार रोहिणी सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीटर पर लिखा कि-
“ज़ाहिर है कि दोबारा दंगा करने के लिए दंगाइयों का आज़ाद होना ज़रूरी है। वर्ना होने जा रहे चुनाव से ठीक पहले साम्प्रदायिक माहौल कैसे बनेगा?”
Obviously. Rioters need to be free to riot again. How else will communal tensions be stirred before the next elections? https://t.co/IQtJUI8GaX
— Rohini Singh (@rohini_sgh) February 6, 2019
रोहिणी सिंह के कहने का मतलब है कि योगी सरकार दंगे के आरोपियों को इसलिए आज़ाद कर रही है ताकी होने जा रहे चुनाव से पहले साम्प्रदायिक माहौल बनाकर भाजपा उससे फ़ायदा ले सके।
योगी सरकार ने दिया दंगा आरोपियों की आज़ादी का आदेश-
लगता है कि, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी और योगी आदित्यनाथ ने ये मूड बना लिया है कि, वो ये लोकसभा चुनाव हिंदू-मुसलमान करके लोगों में ज़हर भर कर ही जीतेंगे। तभी तो कल पश्चिम बंगाल में ये कहने के बाद कि, यहाँ मुहर्रम के लिए दुर्गा पूजा कार्यक्रमों को रोक दिया जाता है।
योगी ने ‘मुजफ्फरनगर दंगों’ के आरोपियों को माफ़ करने के दिए आदेश, लोग बोले- एक दंगाई CM से और क्या उम्मीद करें
आज सीएम योगी ने मुज़फ़्फ़रनगर में हुए भयानक दंगों के आरोपियों के ऊपर दर्ज केस को हटाने की तैयारी में है। यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 2013 में हुए मुज़फ़्फ़रनगर दंगों के 100 आरोपियों पर दर्ज 38 केस को ख़त्म करने का आदेश दिया है। यानी उनके ऊपर लगे केस को वो हटाने जा रही है।
INDIA TODAY की ख़बर के मुताबिक़, योगी सरकार चाहती है कि दंगों में शामिल केसों में से 38 केसों को हटाया जाए। और इसके लिए सरकार ने आदेश दिया है।