‘राजधानी दिल्ली में पिछले एक महीने से हिन्दू खतरे में थे, हालांकि अब सभी हिंदू पूरी तरह से सुरक्षित है, किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है। ऐसे सुनने में आ रहा है, कि ये खतरा अब बिहार शिफ्ट कर गया है।’ इस तरह की बातें आठ फरवरी को दिल्ली में हुए मतदान के बाद से सोशल मीडिया पर खूब ट्रेंड हुईं।
दरअसल बीजेपी ने जिस प्रकार दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए हिन्दुत्व की रणनीति अपनाई और पूरे चुनाव प्रचार को हिंदू बनाम मुसलमान बनाया।
इसे मुद्दा बनातें हुए आरजेडी ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, “जल्द ही बिहार में भी हिंदू धर्म खतरे में आएगा”
जल्द ही बिहार में भी हिन्दू धर्म खतरे में आएगा!#Biharelection2020
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) February 12, 2020
आरजेडी का ऐसे कहने के पीछे की वजह ये है कि 2020 के आखिर में बिहार विधानसभा का चुनाव होना है। आपको बता दे कि 2015 बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भी बीजेपी ने वोटों का ध्रुवीकरण करने के लिए हिन्दूत्व का ही कार्ड खेला था।
गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार में एक चुनावी सभा के दौरान कहा था, अगर बीजेपी हारी तो पाकिस्तान में पटाखे फूटेंगे और जश्न मनाएं जाएंगे। उनका पाकिस्तान कहने का मतलब इशारा मुसलमानों की ओर था।
उस समय आरजेडी,कांग्रेस और जेडीयू ने मिलकर महागठबंधन बनाकर बीजेपी का मुकाबला किया था। जिसमें बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी थी। हालांकि इस समय जेडीयू, बीजेपी के साथ मिलकर बिहार में सरकार चला रही है।