रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया और केंद्र सरकार के बीच जारी घमासान के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने आरबीआई गवर्नर को दो टूक कहा है कि या तो लोगों के हित के लिए आरबीआई गवर्नर सरकार के साथ मिलकर काम करें या फिर अपने पद से इस्तीफा दे दें।

आरएसएस की स्वदेशी जागरण मंच के मुखिया अश्विनी महाजन ने कहा कि आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल को विवादों को आम लोगों के बीच लाने से बचना चाहिए, अगर वह अनुशासन का पालन नहीं करते हैं तो उनके लिए बेहतर कि वह अपने पद से इस्तीफा दे दें। बता दें कि स्वदेशी जागरण मंच आरएसएस के आर्थिक मामलों से जुड़ा संगठन है।

दरअसल, बुधवार(31 अक्टूबर) को मीडिया में कुछ खबरें आईं, जिसमें उर्जित पटेल के आरबीआई गवर्नर पद से इस्तीफा देने की संभावना जताई गई।

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खबरों में कहा गया कि सरकार से इधर बीच खराब हुए रिश्तों के चलते उर्जित पटेल इस्तीफे का कदम उठा सकते हैं।

सरकार और आरबीआई के बीच मतभेद तब उजागर हुए, जब बीते शुक्रवार को मुंबई के एक इवेंट में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर डॉ. विरल आचार्य ने कहा था कि केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता को कमजोर करना ‘विनाशकारी’ हो सकता है।

जिसपर बाद में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आरबीआई पर भड़ास निकालते हुए कहा था कि जब एनपीए बंट रहा था, तब आरबीआई भी चुप रहा।

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हालांकि बाद में वित्तमंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि आरबीआई की स्वायतत्ता जरूरी है और इसका सरकार सम्मान करती है। सरकार और आरबीआई को मिलकर जनहित में काम करना चाहिए।

स्वदेशी जागरण मंच के प्रमुख अश्विनी महाजन ने कहा कि सरकार को आरबीआई एक्ट के इस्तेमाल का अधिकार है।

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