पुरी से चुनाव लड़ने जा रहे बीजेपी प्रत्याशी और प्रवक्ता संबित पात्रा को राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने नोटिस भेजा है. चुनावी रैली के दौरान संबित पर भगवान् जगन्नाथ की मूर्ति का प्रयोग करने का आरोप लगाया गया है. ओडिशा प्रदेश कांग्रेस ने इसकी शिकायत दर्ज की जिसके बाद उन्हें चुनाव आचार संहिता का उलंघन करने के लिए नोटिस जारी किया गया है.
पुरी के कलेक्टर और डिस्ट्रिक्ट रिटर्निंग अफसर ज्योति प्रकाश दाश ने संबित को शो कॉज नोटिस जारी कर तीन दिन के अंदर जवाब देने को कहा है. सोमवार को रैली के दौरान हाथ में भगवान् जगन्नाथ की मूर्ती पकड़े उनकी तस्वीर वायरल हो रही है. दाश ने कहा, ‘संबित पात्रा ने उच्चाधिकारियों से बिना अनुमति लिए पुरी से रैली निकाली.ये एमसीसी का उलंघन है. इसके अलावा रैली में पार्टी के झंडे का इस्तेमाल किया गया था और रैली के दौरान यातायात नियमों का भी उल्लंघन किया गया था. फ्लाइंग स्क्वाड द्वारा रिकॉर्ड वीडियो के आधार पर हमने नोटिस भेज दिया है.’
संबित पात्रा ने कोई भी नोटिस मिलने से मना कर दिया है. उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि भगवान् जगन्नाथ के दर्शन करने से आचार संहिता का उलंघन नहीं होता, “हम कोई रैली नहीं निकाल रहे थे. हम वहां भगवान् जगन्नाथ के दर्शन करने गए थे. पुरी से लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहा हूं इसकी घोषणा हो चुकी थी. लोग वहां मेरा स्वागत करने आए थे. किसी श्रद्धालु ने मुझे भगवान् की मूर्ती तोहफे में दी थी. ओड़िआ और भगवान् जगन्नाथ का श्रद्धालु होने के नाते मै मना नहीं कर सकता था. मै इसे संभालकर रखूँगा और पूजा करूँगा. मै हमेशा नियमों का पालन करता हूँ. जब नोटिस आएगा मै उसका जवाब भी दूंगा.’
पुरी लोकसभा क्षेत्र में चुनाव चौथे सत्र में 29 अप्रैल को होंगे. बीजेडी और कांग्रेस ने अभी अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा नहीं की है. अचार संहिता लागू होने के बाद भी बीजेपी नेता उसे तोड़ने से बाज़ नहीं आ रहे. 11 मार्च को दिल्ली विश्वविद्यालय के गौएर हॉल में कार्यक्रम के दौरान बीजेपी नेता मनोज तिवारी खुले तौर पर चुनाव आचार संहिता का उलंघन करते हुए सेना पर राजनीति कर रहे थे. उनके खिलाफ भी नोटिस जारी हुआ था.