![RJD](https://boltahindustan.com/wp-content/uploads/2018/12/RJD-min-1-696x322.jpg)
ट्रिपल तलाक का मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में है। लोकसभा में तीन तलाक बिल को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच बहस जारी है।
ट्रिपल तलाक बिल को सदन में पास कराने की जुगत में जुटी मोदी सरकार का कहना है कि यह मुस्लिम महिलाओं के अधिकार के लिए उठाया गया कदम है। वहीं विपक्ष का कहना है कि इस बिल के ज़रिए मोदी सरकार मुसलमानों को निशाना बनाना चाहती है।
ट्रिपल तलाक बिल को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच जारी इस बहस के बीच आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने इस बिल के ज़रिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इशारों में निशाना साधा है।
उन्होंने ट्विटर के ज़रिए कहा, “तीन तलाक़ बोलकर पत्नी को छोड़ना ग़लत है तो तीन तलाक़ बोले बग़ैर जिन लोगों ने अपनी पत्नी को छोड़ रखा है उनके ख़िलाफ़ कब क़ानून बनेगा”?
वहीं राजनीतिक विश्लेषक संजय यादव ने भी इस मुद्दे को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा, “तीन तलाक़ या “बिन तलाक़” ज़्यादा ख़तरनाक कौन”?
बता दें कि इंस्टेंट ट्रिपल तलाक जिसे तलाक-ए-बिद्दत भी कहा जाता है को सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल असंवैधानिक करार दे दिया था।
अपने इस फैसले के साथ ही कोर्ट ने सरकार को इसपर कानून बनाने का आदेश दिया था। कोर्ट के इसी फैसले के मद्देनज़र सरकार ने बुधवार को लोकसभा में इसपर विधेयक पेश किया।
लेकिन हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई। सरकार इस विधेयक के ज़रिए तीन तलाक को अपराध घोषित करना चाहती है। सरकार द्वारा प्रस्तावित इस कानून के तहत एक बार में तीन तलाक देना गैरकानूनी और अमान्य होगा और ऐसा करने वाले को तीन साल तक की सजा हो सकती है।