महाराष्ट्र के पालघर में दो संतो की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में दो साधुओं की निर्मम हत्या कर दी गई है। सोमवार देर रात दो साधुओं की धारदार हथियार से हमला कर बेरहमी से हत्या कर दी गई। जब मंगलवार सुबह स्थानीय निवासी मंदिर में पहुंचे तो वहां का मंज़र देखकर दंग रह गए।
शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने बुलंदशहर की घटना को साम्प्रदयिक रंग ना दिया जाए इसके लिए ट्वीट करते हुए कहा कि,
“भयानक! बुलंदशहर, यूपी के एक मंदिर में दो साधुओं की हत्या, लेकिन मैं सभी से अपील करता हूं कि वे इसे सांप्रदायिक न बनाएं, जिस तरह से कुछ लोगों ने पालघर मामले में करने की कोशिश की।”
भयानक! बुलंदशहर, यूपी के एक मंदिर में दो साधुओं की हत्या, लेकिन मैं सभी से अपील करता हूं कि वे इसे सांप्रदायिक न बनाएं, जिस तरह से कुछ लोगों ने पालघर मामले में करने की कोशिश की।
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) April 28, 2020
जानकारी के मुताबिक हत्या करने वाला आरोपी गांव का ही राजू उर्फ मुरारी है जो नसेड़ी है। घटना की जानकारी पाते ही जिले के एसएसपी, सीओ अनूपशहर और कोतवाल मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने राजू को नशे की हालत में गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, 2 दिन पहले आरोपी राजू ने दोनों साधुओं का चिमटा चुरा लिया था, जिसको लेकर साधुओं ने नाराजगी जताई थी। इसी बात से गुस्सा होकर आरोपी में सोमवार रात धारदार हथियार से साधुओं की हत्या करदी। दोनों साधु 10 साल से गांव के मंदिर में रह रहे थे।
पहले पालघर में भीड़ द्वारा साधुओं की हत्या ने पूरे देश को एक बार फिर लीनचिंग के घाव हरे कर दिए थे। जिसके बाद दक्षिणपंथी संगठनों ने महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार को जिम्मेदार ठहराने की कोशिश थी।
लेकिन अब बीजेपी की सरकार वाले राज्य उत्तर प्रदेश में जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। वहां साधुओं की हत्या होना गंभीर सवाल खड़े कर रही है। क्योंकि दोनों जगह ही हुई साधुओं की हत्या लॉकडाउन में हुई है।