महाराष्ट्र में चल रहे सियासी उठापटक के बीच बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि शिवसेना के बागी विधायक वापस उद्धव ठाकरे के पास आ सकते हैं।

यह बयान उन्होंने उस वक़्त दिया है जब एनसीपी के बड़े नेता अजीत पवार पार्टी के समर्थक विधायकों के साथ भाजपा शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं।

हाल ही में एनसीपी के बड़े नेता अजीत पवार उनके साथ एनसीपी कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल पटेल और छगन भुजगल सहित लगभग आठ विधायक भाजपा-शिंदे सरकार में शामिल हो गए। जहां एनसीपी से अजीत पवार महाराष्ट्र के फिर से उपमुख्यमंत्री बन चुके हैं। और उनके साथ आये विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह दे दी गई है।

वहीं महाराष्ट्र के इस सियासी घटनाक्रम पर बीजेपी के बड़े नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को ट्वीट कर कहा- “मै मुंबई में हूँ और मैंने सुना है कि मोदी द्वारा एनसीपी को लुभाने और पहले उनका इस्तेमाल करने बाद उन्हें दरकिनार करने से घृणा के कारण शिवसेना के बागी विधायक वापस उद्धव ठाकरे के पास लौट सकते हैं।”

बता दें कि पिछले साल महाराष्ट्र में इससे भी बड़ा सियासी उलटफेर हुआ था। जहां महाविकास अघाड़ी सरकार जिसमें शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सरकार गिर गयी थी। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे 40 से ज्यादा विधायकों के साथ बीजेपी से गठबंधन कर मुख्यमंत्री बन गए थे।

वहीं मीडिया में खबरें आ रही कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन के भीतर असंतोष है। अजीत पवार के साथ आये एनसीपी विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने से शिंदे शिवसेना गुट के विधायक जो पहले से मंत्री बनने का इंतज़ार कर रहे थे उन्हें निराश होना पड़ा है। क्यूंकि एनसीपी से आठ नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।

दरअसल पिछले दिनों शिंदे शिवसेना के विधायक संजय शिरसाट ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा- ‘हम हमेशा एनसीपी के खिलाफ थे और आज भी हम शरद पवार की पार्टी और उनके विचारधारा के खिलाफ हैं।’

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