भारतीय सेना मेजर और कैप्टन स्तर की बड़े अधिकारियों की भारी कमी का सामना कर रही है। इंडियन एक्सप्रेस अखबार में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, सेना में मेजर और कैप्टन रैंक के अधिकारी की कमी इतनी है कि आर्मी में सिर्फ मेडिकल कोर और आर्मी डेंटल कोर समेत 8,129 अफसरों की कमी है। वहीं नौसेना और एयरफोर्स में भी1,653 और 721 अफसरों की कमी है।
एक तरफ केंद्र की बीजेपी मोदी सरकार सेना और मंदिर की राजनीति में देश की सभी राजनीतिक पार्टियों से आगे रहती है।
और खुद पिछले लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी चुनावी मंचों पर सेना के नाम पर वोट की अपील कर रहे थे। लेकिन दूसरी तरफ देश की रक्षा करने वाले सेना अधिकारियों की भारी कमी की खबरें सामने आ रही हैं।
सेना में अधिकारियों की कमी वाली रिपोर्ट आने के बाद पत्रकार रविश कुमार केंद्र की बीजेपी सरकार और कथित मुख्यधारा की टीवी मीडिया पर जमकर तंज कसा है।
उन्होंने रिपोर्ट को ट्वीट कर लिखा है- ”यह देश कैसे चल रहा है, इस खबर को देखिये। इस वक़्त जब चीन चींटी के मत्ते की तरह सर पर लटका हुआ है। भारत की सेनासा में कैप्टन और मेजर की कमी हो गयी है।”
रविश कुमार ने कथित मेनस्ट्रीम मीडिया को आड़े हाथों लेते हुए आगे ट्वीट में लिखा है – गोदी मीडिया में यही चपटा और दिखाया जाता रहता है की सेना में निवेश हो रहा है। आधुनिक और ताकतवर बनाई जा रही है। मगर यहाँ तो मोर्चे पर लड़ने वाले मेजर और कैप्टन ही कमी हो गयी है।
रवीश कुमार ने आगे लिखा है कि जबतक मेजर और कैप्टन की बहाली नहीं हो जाती है, सरकार एक काम करे। सीमा पर टीवी लगवा दे और उसका मुँह दुश्मन देश की तरफ करवा दे और वैलूम तेज़ कर दिया जाये। हमारे गोदी मीडिया एंकरों की दहाड़ सुनकर दुशमन की सेना खुद को खदेड़ने लग जाएगी।”
देश की सेना में इतनी भारी कमी होने के बाद लोग कईं सवाल कर रहे हैं। पीएम मोदी और भाजपा नेताओं द्वारा देश की सुरक्षा में आखिर इतनी बड़ी अनदेखी क्यों हो रही है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पर भी लोग सवाल कर रहे हैं आखिर आप कैसे चुनावी मंचों से देश की जनता को गुमराह कर कहते हैं की भारत पीओके आसानी से ले सकता है, और चीन की सेना का इंडियन आर्मी पुरजोर तरीके से सामना करने के लिए तैयार है।