गोवा के सिली सोल्स कैफे एंड बार के बारे में आरटीआई से जो खुलासा हुआ है वो केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के दावों को झूठा साबित कर रहा है. अब तक स्मृति ईरानी और उनका परिवार इस बात से इंकार करता रहा है कि सिली सोल्स से उनका कोई लेना देना नहीं है.
आरटीआई से पता चला है कि सिली सोल्स कैफे जिस कंपनी के नाम से है वह स्मृति ईरानी के पति जुबिन ईरानी की कंपनी की पार्टनर है.
आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी में कहा गया है कि गोवा के असगाओ में सिली सोल्स कैफे एंड बार को जारी किया गया फूड एंड ड्रग लाइसेंस ईटऑल फूड एंड बेवरेजेज मिलिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप एलएलपी के नाम से है.
ये कंपनी उग्रा मर्केंटाइल प्राइवेट लिमिटेड के साथ पार्टनरशिप में है. उग्रा मर्केंटाइल में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के पति जुबिन ईरानी निदेशक हैं.
एडवोकेट आयर्स रॉडिक्स के आरटीआई के जवाब में गोवा के खाद्य एवं औषधि प्रशासन यानि एफडीए ने ये जानकारी दी है.
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया था कि स्मृति ईरानी की बेटी गोवा में बार चलाती है और उसका लाइसेंस अवैध है. क्योंकि जिस व्यक्ति के नाम पर लाइसेंस है उसकी मौत हो चुकी है.
कांग्रेस के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद स्मृति ईरानी ने तीखे तेवर अपनाते हुए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और भावनात्मक होते कहा कि उन्होंने राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर आरोप लगाए हैं इसलिए उनके परिवार को निशाना बनाया जा रहा है.
स्मृति ईरानी ने चीख-चीखकर कहा कि उनकी नाबालिग बेटी या उनके परिवार का बार से कोई लेना देना नहीं है.
स्मृति ईरानी की बेटी के वकील ने भी बयान दिया था कि उनके मुवक्किल ना तो मालिक हैं ना ही सिली सोल्स से उनका कोई रिश्ता है.
अब आरटीआई के तहत मिले दस्तावेज़ों के अनुसार, असगाओ गांव के सर्वेक्षण संख्या 236/22 के तहत सर्वेक्षण की गई संपत्ति को एंथनी डीगामा द्वारा ईटऑल खाद्य और पेय पदार्थ एलएलपी को 50,000 रुपये के मासिक किराए पर 1 जनवरी 2021 से 10 साल के लिए पट्टे पर दिया गया था।
यह पहले ही सामने आ चुका है कि सिली सोल्स कैफे एंड बार द्वारा ईटऑल फूड एंड बेवरेजेज एलएलपी के नाम पर जीएसटी नंबर एएआईएफई7039एच1जेडएम का इस्तेमाल किया जा रहा है।
कांग्रेस नेताओं के आरोपों पर स्मृति ईरानी ने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया था. दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कांग्रेस के आरोपों को गलत बताते हुए कहा था कि स्मृति ईरानी या उनकी बेटी का गोवा के रेस्टोरेंट और बार के मालिक नहीं हैं.
कोर्ट ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश, पवन खेड़ा, नेट्टा डिसूज़ा के लिए कहाकि इन लोगों ने स्मृति ईरानी और उनकी बेटी पर झूठे हमले की साजिश की.
हालांकि आरटीआई से जो खुलासा हुआ है वो स्मृति ईरानी के दावों की कलई खोल रहा है. अब देखना ये है कि कांग्रेस इस खुलासे के बाद क्या रुख अपनाती है.