प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसी पार्टी है जिसमें शामिल होना आत्महत्या करने जैसा है।
उन्होंने बाबा भीम राव आंबेडकर और महात्मा गांधी का हवाला देते हुए कहा कि आंबेडकर ने कहा था कि कांग्रेस में शामिल होना आत्महत्या की तरह है। यहां तक की कांग्रेस के बारे में महात्मा गांधी समझ गए थे, उन्हें पता था कि सारी विकृतियां कांग्रेस को जल्दी पकड़ती हैं। इसलिए उन्होंने कांग्रेस मुक्त भारत का नारा दिया था।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं तो महात्मा गांधी की 150वीं जन्म शताब्दी पर उनकी इच्छा पूरी करने की कोशिश कर रहा हूं। पीएम मोदी के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर उनका जमकर मज़ाक बनाया जा रहा है।
PM मोदी ने कहा- पहले सेना निहत्थी थी, आशुतोष बोले- फिर कारगिल में ‘पाकिस्तान’ के दाँत खट्टे किसने किये थे?
यूज़र्स कटाक्ष करते हुए पूछ रहे हैं कि अगर कांग्रेस में शामिल होना आत्महत्या है तो फिर कांग्रेसियों को अपनी पार्टी में शामिल करना क्या है?
दिवाकर शर्मा नाम के ट्विटर यूज़र ने लिखा, “अगर कांग्रेस में शामिल होना आत्म हत्या के सामान है तो फिर कांग्रेसियों को भाजपा में शामिल करना देशद्रोह नहीं है क्या”?
# ए बी पी # अगर कांग्रेस में शामिल होना आत्म हत्या के सामान है तो फिर कांग्रेसियों को भाजपा में शामिल करना देशद्रोह नहीं है क्या ?
— Diwakar sharma (@sharmadiwakar81) February 7, 2019
वहीं एक और यूज़र ने लिखा, “कांग्रेस में शामिल होना आत्महत्या करने के समान है और कांग्रेसियों को भाजपा में शामिल करना मास्टरस्ट्रोक है मीडिया की जुबान में”।
कांग्रेस में शामिल होना आत्महत्या करने के समान है और कांग्रेसियों को भाजपा में शामिल करना मास्टरस्ट्रोक है मीडिया की जुबान में
— किसानों की आय दुगुनी करेंगे (@amaltash3453) February 7, 2019
ग़ौरतलब है कि पीएम मोदी तकरीबन अपने हर भाषण में कांग्रेस मुक्त भारत बनाने की बात करते हैं। कांग्रेस मौजूदा वक्त में सदन में प्रमुख विपक्षी पार्टी है। ऐसे में पीएम मोदी के कांग्रेस मुक्त भारत के नारे को विपक्ष मुक्त भारत के रुप में भी देखा जा सकता है। और जब देश में विपक्ष ही नहीं होगा तो फिर लोकतंत्र भी नहीं होगा, तो क्या पीएम मोदी भारत को लोकतंत्र मुक्त बनाना चाहते हैं?