प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस दिन राजनीति से संन्यास लेंगे, उस दिन मैं भी राजनीति को अलविदा कह दूंगी। ये शब्द है मोदी सरकार में मंत्री स्मृति ईरानी के।
जिन्होंने शपथ तो सविंधान की ली है और साथ ही जनता की सेवा करने का दावा करती है। मगर उनके कहे मुताबिक अगर पीएम मोदी राजनीति छोड़ देते है तो वो भी राजनीति छोड़ देंगी।
स्मृति ईरानी ने बीजेपी में एंट्री तब ली जब अटल विहारी का दौर था और बीजेपी विपक्ष में आ चुकी थी। ऐसे में उन्होंने पहले बीजेपी महिला मोर्चा की कमान संभाली उसके बाद राज्यसभा पहुँच गई।
स्मृति ईरानी बोलीं- राजनीति में मोदी नहीं तो मैं भी नहीं, अलका बोलीं- तेरे नाम से शुरू तेरे नाम पे ख़त्म
जहां वो यूपीए सरकार के खिलाफ मुखर होती गई जिसके बाद उन्हें बीजेपी ने प्रवक्ता बना दिया इसके बाद सरकार आने पर उन्हें मानव संसाधन मंत्री बना दिया जिसपर जमकर विवाद भी हुआ।
फिर भी ईरानी टिकी रही और लड़ती रहीं मगर अब मोदी के बाद राजनीति से जाने के बाद राजनीति छोड़ने की बात पर उनपर कई सवाल उठने लगे है।
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सोशल मीडिया पर एक यूज़र ने लिखा, स्मृति जी आपका बयान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, ये दर्शाता है की आप राजनीति में एक शख्स के लिए है देश के लिए नहीं।
Very unfortunate statement from you Smriti ji.
This shows you were in politics for a person and not for the nation. https://t.co/NAfQaZYhff— Zainab Sikander (@zainabsikander) February 4, 2019
बता दें कि ‘वर्ड्स काउंट महोत्सव’ की चर्चा में हिस्सा लेने पहुंची स्मृति ईरानी से एक शख्स ने पूछा था की वो कब ‘प्रधान सेवक’ यानी की प्रधानमंत्री बनेंगी। उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि कभी नहीं।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस दिन राजनीति से संन्यास लेंगे, उस दिन वह भी राजनीति को अलविदा कह देंगी।