दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा सांसद और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर मंच से नारा लगाया कि, ‘देश के गद्दारों को, गोली मारो सालों को’। अनुराग ठाकुर के इस बयान के चार दिन बाद एक गोपाल नाम के युवक ने जामिया विश्वविद्यालय के एक छात्र को पुलिस के सामने गोली मार दी।
इस बात को समझा जा सकता है कि जो जिम्मेदार नेता ही गोली मारने का माहौल बना रहे हैं, तो उन्हें मानने वाले अपने नेता की बात पर किस कदर अमल कर रहे हैं।
क्रोनोलॉजी समझिए- कल BJP मंत्री ने गोली मारने को कहा, आज ये आतंकी गोली चलाने आ गया : पत्रकार
आज 30 जनवरी है। आज ही के दिन नाथूराम गोडसे ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। एक बार फिर 30 जनवरी को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे छात्र को गोपाल नाम के युवक ने गोली मार दी है। जिसकी फेसबुक प्रोफाइल पढ़कर लगता है कि वो दक्षिणपंथी विचारधारा से ताल्लुक रखता है।
समाजवादी पार्टी के नेता अनिल यादव ने जामिया के छात्र पर गोली चलने के मामले पर ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट करके हुए कहा कि, 72 साल पहले गोली लगने वाले ने मरते हुए राम का नाम लिया था, आज मरने वाला राम का नाम ले रहा है। बापू का देश बदल रहा है।
72 साल पहले गोली लगने वाले ने मरते हुए राम का नाम लिया था
आज मारने वाला राम का नाम ले रहा है।
बापू का देश बदल गया#ArrestAnuragThakur#gandhiji #ShaheenBagh
— Anil Yadav (@anil100y) January 30, 2020
कहीं न कहीं भाजपा नेताओं और टीवी एंकर द्वारा फैलाई गई नफरत की आग अब सड़कों पर दिखने लगी है। सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले लोगों को गद्दार बता कर गोली मारने वाले अब सड़कों पर उतर आए हैं। आज 30 जनवरी के दिन ही महात्मा गांधी की हत्या नाथूराम गोडसे नाम के एक सिरफिरे ने की थी।