बिहार में महागठबंधन हो चुका है। इस गठबंधन में आज मोदी सरकार में मंत्री रहे उपेन्द्र कुशवाहा भी यूपीए में शामिल हो गए। इस मौके पर कांग्रेस नेता अहमद पटेल, शरद यादव और जीतन राम मांझी और राजद नेता तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे। इस मौके पर तेजस्वी यादव ने कहा कि ये दलों का नहीं, ‘जनता के दिलों” का गठबंधन है, यह मुद्दों का गठबंधन है।
तेजस्वी यादव ने बिहार महागठबंधन की अगुवाई करते हुए कहा कि बिहार में महागठबंधन परिवार बढ़ रहा है। यह दलों का नहीं, “जनता के दिलों” का गठबंधन है। यह मुद्दों का गठबंधन है। किसानों और नौजवानों से “नए क़रार” का गठबंधन है। यह सामाजिक न्याय के प्रति नई प्रतिबद्धता का गठबंधन है। भीड़तंत्र और तानाशाही के ख़िलाफ़ ये जनता के लिए जनता का गठबंधन है।
तेजस्वी ने कहा कि बिहार में महागठबन्धन दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और प्रगतिशील लोगों का मनुवादियों के ख़िलाफ़ “हल्ला बोल” गठबंधन है।
संवैधानिक संस्थाओं पर हो रहे हमले पर तेजस्वी ने कहा कि RBI, CBI, ED और दूसरी संवैधानिक संस्थाओं का बैंड बजाने वाली फ़ासीवादी ताक़तों के ख़िलाफ़ ‘न्यायप्रिय ताक़तों’ का लोकप्रिय गठबंधन है, हमारा मकसद बिहार को आगे बढ़ाना है। बिहार तरक्की नहीं करेगा,तो देश तरक्की नहीं करेगा।
नरेन्द्र मोदी जी ने बिहार की बोली लगाई लेकिन मिला कितना? नीतीश जी बताएं 1.25 लाख करोड़ में मोदी जी ने कितना दिया? देश में अघोषित इमरजेंसी है। संविधान बचाने की लड़ाई है, संविधान पर खतरा है।
बता दें कि रालोसपा ने एनडीए के साथ मिलकर पिछले लोकसभा चुनाव में गठबंधन करके चुनाव लड़ा था और तीन सीटों पर जीत हासिल की थी। बाद में एनडीए में नीतीश कुमार के शामिल हो जाने से दोनों दलों में तनाव बढ़ा और आखिर में कुशवाहा ने एनडीए का साथ छोड़ दिया अब वो यूपीए में शामिल हो गए है।