उत्तर प्रदेश के चुनावी समर के बीच गुरूवार शाम ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर गोली चली है। ओवैसी ने ट्वीट किया है कि, ‘कुछ देर पहले छिजारसी टोल गेट पर मेरी गाड़ी पर गोलियां चलाई गई। 4 राउंड फायर हुए। 3-4 लोग थे, सब के सब भाग गए और हथियार वहीं छोड़ गए। मेरी गाड़ी पंक्चर हो गयी, लेकिन मैं दूसरी गाड़ी में बैठ कर वहां से निकल गया। हम सब महफूज हैं। अलहमदु’ लिलाह।’
बता दें कि ये घटना उस वक्त हुई जब वो मेरठ से अपने कार्यक्रम को खत्म कर दिल्ली रवाना हो रहे थे। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। इस मामले में पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया है, जबकि दूसरे आरोपी ने गाजियाबाद पुलिस थाने में सरेंडर कर दिया है। एक का नाम सचिन है और दूसरे का नाम शुभम। शुभम सहारनपुर का रहने वाला है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिकस एडिशनल एसपी हापुड़ ने बताया है कि नोएडा के रहने वाले सचिन ने साथी के साथ मिलकर फायरिंग की थी। सचिन को हिरासत में ले लिया गया, उसके पास से 9 एमएम की पिस्टल बरामद हुई है।
पूछताछ के दौरान सचिन ने बताया कि वो ओवैसी के बयानों से नाराज था, जिसके कारण उसने यह कदम उठाया है। अब सोशल मीडिया पर सचिन की प्रोफाईल खंगाली जा रही है, जिससे कई जानकारी समाने आयी है। फेसबुक पर सचिन ने अपना नाम लिखा है- देशभक्त सचिन हिन्दू
सचिन के फेसबुक प्रोफाइल पर साझा की गई जानकारी से ही पता चलता है कि वो भारतीय जानता पार्टी का सदस्य है। सचिन की सदस्यता संख्या है- 1012334171
इसके अलावा सचिन भाजपा के नेताओं करीबी भी मालूम पड़ रहे हैं। भाजपा नेता महेश शर्मा के साथ इनकी कई तस्वीरें मौजूद हैं। इन्होंने महेश शर्मा को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने का मुहिम भी चला रखा है। सचिन के अपने ब्राह्मण होने पर बहुत गर्व है। यानी जातीय श्रेष्ठता की बिमारी के शिकार हैं। जातिवादी मानसिकता के धनी हैं।
पूरे प्रोफाईल पर साम्प्रदायिकता का जहर फैला नजर आ रहा है। ये देश के उन युवाओं में से मालूम पड़ते हैं जो भारत के बहुसंख्यक हिन्दुओं को अल्पसंख्यक मुस्लिमों से बचाने के मुहिम में जुटे हुए हैं।