उत्तर प्रदेश में योगी की पुलिस की गुंडागर्दी अब चौतरफा देखने को मिल रही है। विरोधी दलों के नेताओं को गुंडे बदमाशों की तरह पीटा जा रहा है।
ऐसा लग रहा है योगी को सत्ता प्रदेश की कानून व्यवस्था ठीक करने के लिए नहीं विरोधियों को ठिकाने लगाने के लिए मिली है।
दरअसल आज अखिलेश यादव को इलाहाबाद विश्वविद्यालय एक कार्यक्रम में जाना था लेकिन निजी विमान से उड़ान भरने के पहले ही उन्हें लखनऊ में रोक दिया गया।
इसके बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने योगी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका नेतृत्व करने पहुंचे बदायूं से सांसद धर्मेंद्र यादव भी घंटो तक प्रोटेस्ट में डटे रहे।
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इसी बीच योगी की पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठियों से हमला कर दिया। मामले में बीच-बचाव कर रहे सांसद धर्मेंद्र यादव को भी लाठियों से बुरी तरह से पीट दिया गया।
मीडिया में आ रही खबरों और तस्वीरों के मुताबिक, धर्मेंद्र यादव के सिर पर चोट लगी है।
बदायूं सांसद की लहूलुहान तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं और अब प्रदेश भर में भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है।
गौरतलब है कि अखिलेश यादव को रोके जाने के तुरंत बाद मायावती ने ना सिर्फ योगी सरकार को लताड़ लगाई थी बल्कि समाजवादियों के साथ डटकर भाजपा का मुकाबला करने की बात भी कही थी
यह कौन नहीं जानता कि समाजवादी पार्टी गुंडों की पार्टी है और आज से नहीं पिछले 20 वर्षों से जब भी समाजवादी पार्टी की सरकार उत्तर प्रदेश में आई है उसको गुंडाराज ही कहा जाता रहा है आज जब जैसे को तैसा मिल रहा है तो हल्ला कर रहे हैं योगी जी ने जो कुछ भी किया बहुत अच्छा किया करना तो यह चाहिए था कि सबकी मार मार के हड्डी पसली एक कर देनी चाहिए थी