
आरएलएसपी अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा आज एनडीए का साथ छोड़कर यूपीए में शामिल हो गए। इस मौके पर उन्होंने सबसे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा कि जिस तरह से मेरा अपमान होता रहा और पीएम मोदी चुपचाप सब देखते रहे वहीं राहुल जी जिस तरह से उदारता दिखाते हुए हमारा स्वागत किया, हम उसका धन्यवाद देते हैं।
कुशवाहा से जब पत्रकारों ने पूछा की क्या उनकी पार्टी ने NDA का साथ सीट बटवारे को लेकर छोड़ा है? इसपर कुशवाहा ने जवाब देते हुए कहा कि जिस वक़्त सीटों के तालमेल के लिए बातचीत चल रही थी तो नीतीश कुमार ने मुझे नीच कहकर संबोधित किया। उन्होंने जैसे मुझे और मेरी पार्टी को बर्बाद करने की कसम खा ली है।
कुशवाहा ने कहा कि मेरी बिहार सरकार से मांग थी कि शिक्षा से जुड़े 25 सूत्री मांग को स्वीकार किया जाए, लेकिन नीतीश सरकार ने एक ही नहीं सुनी। इसलिए मैंने अलग होने का निर्णय लिया।
राहुल गांधी की कथनी और करनी में फर्क नहीं
उपेन्द्र कुशवाहा ने किसान कर्जमाफ़ी को लेकर राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा कि राहुल गांधी की कथनी और करनी में कितनी समानता है इसका इसी से पता चलता है कि तीन राज्यों के चुनाव में किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया और सरकार बनते ही पहला ही फैसला यही हुआ
बता दें कि रालोसपा ने एनडीए के साथ मिलकर पिछले लोकसभा चुनाव में गठबंधन करके चुनाव लड़ा था और तीन सीटों पर जीत हासिल की थी। बाद में एनडीए में नीतीश कुमार के शामिल हो जाने से दोनों दलों में तनाव बढ़ा और आखिर में कुशवाहा ने एनडीए का साथ छोड़ दिया अब वो यूपीए में शामिल हो गए है।