एक साल पहले भारत में आई कोरोना महामारी ने लोगों को कई नए सबक सिखाएं थे। लेकिन हमारे देश की सरकार ने शायद ही कोई सबक सीखा है।
क्योंकि कोरोना की पहली खतरनाक लहर के बावजूद भी भारत में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।
इसके विपरीत मोदी सरकार देश में चल रहे चुनावों पर ही अपना सारा ध्यान केंद्रित कर रही है।
आलम यह है कि कोरोना की दूसरी लहर में कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटों में भारत में एक दिन में 2 लाख से ज्यादा कोरोना मामले सामने आए हैं।
इस मामले में पत्रकार विनोद कापड़ी ने मोदी सरकार पर कटाक्ष किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “अस्पतालों में दवा बेड नहीं, श्मशानों में चिता रखने की जगह नहीं है पर मजाल है कि भारत का मीडिया मोदी से पूछ लें कि प्रधानमंत्री जी आपने कोरोना से लड़ने के लिए पिछले सवा साल में ताली थाली के अलावा और किया क्या?”
अस्पतालों में दवा बेड नहीं , श्मशानों मे चिता रखने की जगह नहीं है पर मजाल है कि भारत का मीडिया मोदी से पूछ लें कि प्रधानमंत्री जी आपने कोरोना से लड़ने के लिए पिछले सवा साल में ताली थाली के अलावा और किया क्या ?
— Vinod Kapri (@vinodkapri) April 14, 2021
गौरतलब है कि देश के कई राज्यों में इस वक्त कोरोना संक्रमण से स्थिति ऐसी हो चुकी है कि अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं। कई मरीज इलाज न मिल पाने के कारण अस्पतालों के बाहर ही दम तोड़ रहे हैं।
देश में कोरोना संक्रमण से बिगड़ रही स्थिति को कंट्रोल करने की जगह हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव प्रचार में व्यस्त चल रहे हैं।
जिसके चलते विपक्षी दलों द्वारा उनकी जमकर आलोचना भी की जा रही है।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र गुजरात और उत्तर प्रदेश के साथ साथ अब दिल्ली और पंजाब में भी कोरोना संक्रमण से स्थिति काफी खराब है।
इन राज्यों में इतनी बड़ी तादाद में कोरोना मरीज है कि उन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस भी नहीं मिल पा रही है। वहीँ कई अस्पतालों में वेंटीलेटर्स की भी भारी कमी चल रही है।