
जम्मू कश्मीर में जैसे ही महबूबा मुफ्ती ने सरकार बनाने का दावा किया और कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस से समर्थन लेकर वह 56 विधायकों के साथ सरकार बनाने जा रही हैं, वैसे ही राज्यपाल ने जम्मू कश्मीर की विधानसभा भंग कर दी ।
इस फैसले से ना सिर्फ विरोधी दल नाराज हैं बल्कि भाजपा से चुने गए सांसद यशवंत सिन्हा भी इसे असंवैधानिक बता रहे हैं।
लोकतंत्र की हत्या: अब्दुल्ला और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने जा रही थी महबूबा, राज्यपाल ने भंग कर दी विधानसभा
उन्होंने ट्विटर पर लिखा- भाजपा का सिद्धांत हो गया है कि चाहे संविधान को ताक पर रखना पड़े लेकिन किसी और को कहीं सरकार नहीं बनाने देना है। जम्मू कश्मीर इस बात का सबसे ताजा उदाहरण है जहां भाजपा ने असंवैधानिक खेल खेला है।
Will not allow anyone else to form any govt anywhere even if it involves bypassing the constitution. J&K is the latest example of this principle of BJP.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) November 21, 2018
इसमें जो बाते गौर करने लायक है कि हमेशा मोदी और मोदी सरकार पर हमलावर रहे यशवंत सिंहा इस बार सीधा भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोल रहे हैं और इस असंवैधानिक काम के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
BJP मुझे मार देना चाहती है क्योंकि मै ‘मंदिर-मस्जिद’ की नहीं ‘स्कूल-अस्पताल’ की बात करता हूं : CM केजरीवाल
उन्होंने कहीं पर राज्यपाल का जिक्र तक नहीं किया। यानी ये बात स्पष्ट है और लोगों को पता है कि इस तरह के फैसले राजनीतिक होते हैं और पर्दे के पीछे से भाजपा ये खेल कर रही है।
हालांकि कांग्रेस ने महबूबा मुफ्ती को सलाह दी है कि कोर्ट में जाकर राज्यपाल के इस असंवैधानिक फैसले को चुनौती दें