पीएम मोदी को विवादित बयानों के लिए चुनाव आयोग द्वारा क्लीन चिट दिए जाने पर अब खुद चुनाव आयोग के ही सबसे वरिष्ठतम अधिकारी अशोक लवासा खिलाफ हो गए हैं।

अशोक लवासा की आयोग में बात नहीं सुने जाने पर उन्होंने मीटिंग में जाने से माना कर दिया है। चुनाव आयोग के अधिकारी पीएम मोदी के साथ खड़े हैं। लेकिन लवासा पीएम के विवादित बयानों के खिलाफ थे।

पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने ट्वीटर पर वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अशोक लवासा की तारीफ़ कर समर्थन किया है। सिन्हा ने लिखा है कि, “मुझे अशोक लवासा जैसे नौकरशाहों पर गर्व है।”

बता दें कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने इस चुनाव में कई बार विवादित बयान दिए इसको लेकर अशोक लवासा मोदी के खिलाफ थे। लेकिन चुनाव आयोग मोदी के पक्ष में खड़ा रहा और आयोग ने पीएम मोदी पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसीलिए पीएम मोदी के विवादित बयानों के मामले में आयोग द्वारा क्लीन चिट दिए जाने पर लवासा के ‘फैसले को रिकॉर्ड’ नहीं किया गया।

मोदी को क्लीनचिट दिए जाने पर चुनाव आयुक्त लवासा हुए नाराज़, मीटिंग में शामिल होने से किया इंकार

अशोक लवासा ने चुनाव आयोग की मीटिंग में शामिल होने से साफ़ माना कर दिया है। लवासा ने यह फैसला उनकी बात नहीं मानने के विरोध में किया है। लवासा ने एक पत्र में कहा कि, “मीटिंग में जाने का कोई मतलब नहीं है, इसीलिए दूसरे उपायों पर विचार कर सकता हूं।”

चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ चुनाव आयुक्त अशोक लवासा के खड़े हो जाने से अब चुनाव आयोग VS चुनाव आयोग हो गया है। चुनाव आयोग और अशोक लवासा आमने-सामने आ गए हैं। यानि मोदी सरकार में एक और संस्था में भूचाल मच गया है।

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