जन अधिकारी पार्टी लोकतांत्रित के संरक्षक एवं पूर्व सांसद पप्पू यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बिहार की राजधानी पटना के मंदिरी स्थिति पप्पू यादव के आवास से उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद इस लॉकडाउन में बिहार का सियासी माहौल गर्म हो गया है। पप्पू यादव को गिरफ्तार कर गांधी मैदान थाने में लाया गया है।
मालूम हो कि हाल ही में भाजपा के वरिष्ठ नेता, मोदी सरकार के पूर्व मंत्री और सांसद राजीव प्रताप रुड़ी के ठिकानों में बंद पड़े एंबुलेंसों का खुलासा कर दिया था, जिसके बाद से ही वो सबके निशाने पर आ गए थे।
गिरफ्तारी के बाद पप्पू यादव ने ट्वीटर पर लिखा कि “कोरोना काल में जिंदगियां बचाने के लिए अपनी जान हथेली पर रखकर जूझना अपराध है तो हां मैं अपराधी हूं. पीएम साहब और सीएम साहब, फांसी दे दो या जेल भेेज दो, मैं झुकूंगा नहीं, मैं रुकूंगा नहीं, मैं लोगों को बचाउंगा और लोगों को बेनकाब करुंगा.”
कोरोना काल में जिंदगियां बचाने के लिए अपनी जान हथेली पर रख जूझना अपराध है, तो हां मैं अपराधी हूं।
PM साहब, CM साहब
दे दो फांसी, या, भेज दो जेल
झुकूंगा नहीं, रुकूंगा नहीं।
लोगों को बचाऊंगा।
बेईमानों को बेनकाब करता रहूंगा!— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 11, 2021
पुलिस का कहना है कि पप्पू यादव लगातार लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं जबकि पप्पू यादव का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं है, सारे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।
बता दें कि पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद हर धर्म, जाति और पार्टी से जुड़े लोग भी उनके समर्थन में उतर आए हैं।
लॉकडाउन में बाहर सड़क पर निकल कर आंदोलन करने की इजाजत नहीं है लेकिन सोशल मीडिया पर ही पप्पू यादव की रिहाई के लिए आंदोलन शुरु हो गया है। पप्पू के समर्थन में पोस्ट और ट्वीट की बाढ़ आ गई है।
बिहार में पप्पू यादव को सेवा का पर्याय समझा जाता है। उन्हें वोट मिले या न मिले वो लगातार लोगों की सेवा में जुटे रहते हैं।
जिस प्रकार से पप्पू यादव कोरोना महामारी में लोगों की मदद कर रहे हैं, अस्पतालों में बेड दिला रहे हैं, ऑक्सीजन की व्यवस्था करवा रहे हैं, उससे बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित हुए हैं।
पप्पू यादव की सबसे खास बात यह है कि वो स्पॉट पर पहुंच कर लोगों की तकलीफें सुन रहे हैं और उनका समाधान कर रहे हैं।
कोरोना की इस महामारी में जब सारे नेता डर से घरों में दुबके हुए हैं, पप्पू यादव सड़क पर हैं, अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं. मुसीबत में फंसे लोगों की मुश्किलें दूर कर रहे हैं।
लॉकडाउन में फंसे पटना के गरीब गुरबों के लिए उनका आवास एक बड़ा आसरा है। वहां दिन रात भोजन बन रहा है और सबको भोजन मिल रहा है। वोटर चाहे किसी पार्टी का हो, उन्हें पता है कि पप्पू यादव भूखे मरने नहीं देगा।