बीजेपी के दिग्गज नेता इन दिनों अपनी ही सरकार की योजनाओं की पोल खोलते नज़र आ रहे हैं। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और बीजेपी सांसद हेमा मालिनी के बाद अब केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी द्वारा शुरु की गई किसान सम्मान निधि योजना की हक़ीक़त उजागर कर दी है।

दरअसल, बुधवार को  राजनाथ सिंह बिहार के पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। यहां उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए किसान सम्मान निधि योजना का ज़िक्र किया और लोगों से पूछा कि आप लोगों के खाते में इस योजना के तहत 2000 रुपये की पहली किश्त मिली है कि नहीं, कुछ लोगों को मिली है कि नहीं?

उन्होंने कहा कि जिन लोगों को मिली है वो अपना हाथ उठा दीजिए। लेकिन जब किसी ने हाथ नहीं उठाया तो उन्होंने दोबारा हाथ उठाने के लिए कहा। राजनाथ लगातार लोगों से हाथ उठाने के लिए कहते रहे लेकिन किसी ने हाथ नहीं उठाया। जिसके बाद उन्होंने कहा, ‘अरे, ऐसा कैसे हो सकता है… कुछ लोगों के खाते में तो आएंगे होंगे।’ इस पर पीछे से आवाज आई यहां किसी के खाते में कोई पैसे नहीं आए।

इसके बाद राजनाथ सिंह ने पीछे मुड़कर मंच पर बैठे पार्टी के स्थानीय नेताओं से इस बारे में सवाल किया। राजनाथ ने कहा, ‘क्यों भाई इन्हें नहीं मिला है।’ बता दें कि उस समय मंच पर नीतीश सरकार के मंत्री समेत कई अन्य विधायक भी मौजूद थे।

जब केंद्रीय मंत्री ने ख़ुद को फंसता देखा तो कहा, ‘चिंता मत कीजिए न केवल दो हेक्टेयर वाले, बल्कि उससे ऊपर और नीचे के देश के सभी किसानों को अब हर साल 6 हज़ार रुपये देने का योजना पर अमल किया जा रहा है’।

अब केंद्रीय मंत्री जनता को बहलाने-फुसलाने के लिए कितने भी वादे कर लें, लेकिन हक़ीक़त यह है कि उनके ख़ुद के सवाल ने उनकी सरकार के दावों पर सवालिया निशान लगा दिया है। केंद्रीय मंत्री के सवाल ने यह साबित कर दिया है कि उनकी सरकार के दावे ज़मीन पर नहीं हैं।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इसपर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “राजनाथ सिंह जी, यह बिहार है बिहार। यहां गप्पेबाज़ी और जुमलेबाज़ी नहीं चलेगी। आगे ध्यान रखना..”।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here