
मंगलवार को कोलकाता विश्वविद्यालय के बाहर हुई हिंसा के बाद चुनाव आयोग सक्रिय हुआ। बुधवार को चुनाव आयोग ने राज्य के गृह सचिव अत्री भट्टाचार्या को छुट्टी पर भेज दिया है। साथ ही आयोग ने सख्त कदम उठाते हुए पश्चिम बंगाल की लोकसभा सीटों के लिए प्रचार करने पर पाबंदी लगा दी है।
यानी निर्धारित समय से 19 घंटे पहले ही 16 मई गुरुवार रात 10 बजे से किसी भी तरह के चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी गई है। अब गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पश्चिम बंगाल की दो लोकसभा सीटों- लक्ष्मिकान्तापुर और दमदम में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे।
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इस मामले पर पत्रकार अभिसार शर्मा ने चुनाव आयोग को कमज़ोर बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने जानबूझकर मामले में फैसला सुनाने में देरी की। आयोग ने बंगाल में मोदी की जनसभाओं के ख़त्म होने तक का इंतज़ार किया। अभिसार ने इसे शर्मनाक बताया है।
अभिसार ने ट्वीट किया, ‘साफ प्रमाण हैं कोलकाता मे बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हिंसा की। उग्र हुए और भड़काऊ तेवर थे।बावजूद इसके इस कमजोर और spineless चुनाव आयोग ने नरेन्द्र मोदी की जन सभाओं के खत्म होने का इंतज़ार किया और उसके बाद चुनावी अभियान को बंद करने का एलान किया। शर्मनाक।’
साफ प्रमाण हैं कोलकाता मे बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हिंसा की।उग्र हुए और भड़काऊ तेवर थे।बावजूद इसके इस कमजोर और spineless @ECISVEEP ने @narendramodi की जन सभाओं के खत्म होने का इंतज़ार किया और उसके बाद चुनावी अभियान को बंद करने का एलान किया। शर्मनाक।
— Abhisar Sharma (@abhisar_sharma) May 16, 2019
बता दें 19 मई को 2019 लोकसभा चुनाव अपने आखिरी चरण में पहुंच जाएगा। पश्चिम बंगाल में रविवार को 9 चुनावी क्षेत्रों में मतदान डाले जाएंगे- दमदम, बरासत, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जादवपुर, कोलकाता दक्षिण और उत्तर कोलकाता।