
विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के लिए प्रचार कर चुके कांग्रेस समर्थक आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बोलता हिंदुस्तान से तमाम मुद्दों पर बातचीत की।
उन्होंने बताया कि कैसे कांग्रेस ने इन विधानसभा चुनावों से देश की राजनीति में वापसी की है। आचार्य प्रमोद ने तीन राज्यों में कांग्रेस की जीत को बीजेपी के बड़ा झटका बताया है साथ ही ये भी कहा कि अब अगला चुनाव राहुल बनाम मोदी का ही होगा।
इस जीत का मतलब क्या है क्या देश का मूड बदल रहा है?
विधानसभा चुनावों के नतीजों की टाइमिंग बहुत बड़ी है। खासकर बीजेपी के लिए ये तगड़ा झटका है क्योंकि जहां भी कांग्रेस ने जीत दर्ज की है वो सभी बीजेपी के गढ़ माने जाते थे चाहे वो छत्तीसगढ़ में रमन सिंह की सरकार हो या फिर मध्यप्रदेश, जहां पिछले 15 सालों से बीजेपी की सरकार थी और राजस्थान में भी राजे सरकार को मात दी।
ये सभी सरकारें पिछले लोकसभा चुनावों में मोदी सरकार बनवाने में अहम भूमिका अदा की थी। क्योंकि लोकसभा चुनावों में मध्यप्रदेश कांग्रेस को सिर्फ दो सीटें मिली थी। एक कमलनाथ को और एक ज्योतिरादित्य सिंधिया ही जीत पाए थे।
राजस्थान और छत्तीसगढ़ पूरा साफ़ हो गया था। ये जीत लिए भी अहम है क्योंकि इन सभी राज्यों से कुल 80 लोकसभा सीटें आती है जिसका असर आने वाले लोकसभा चुनावों में देखने को मिलेगा।
बीजेपी के नेताओं, मंत्रियों और प्रवक्ताओं ने कांग्रेस के खिलाफ खूब ढोल पीटे मगर हिन्दुओं बीजेपी को नकारते हुए बीजेपी को वोट नहीं दिया कांग्रेस को वोट दिया ये इस बात का सुबूत है कि कांग्रेस पार्टी को हिंदुओं ने अपना समर्थन दिया है और ऐसा करके उन्होंने सिद्द कर दिया है की बीजेपी झूठ बोल रही थी।
कांग्रेस से 16 गुना ज्यादा बीजेपी को मिला चंदा, जिसे जनता वोट नहीं दे रही है उसे चंदा कौन दे रहा है?
दूसरा ये कि बीजेपी ने अगर सबसे ज्यादा जिसपर हमला किया है वो हैं राहुल गांधी। उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष बने अभी एक साल हुए है और इन एक साल के अंदर राहुल गांधी ने सत्ता बीजेपी से छीन ली है और ये राहुल गांधी की लीडरशिप पर जनता की मुहर है और ये बात बीजेपी को अगले लोकसभा चुनावों बहुत नुकसान पहुंचाने वाली है।
ये सत्ता के अहंकार में चूर लोगों की हार है ये नतीजें बीजेपी के लिए बहुत बड़ा झटका है।
अगला चुनाव राहुल गांधी और मोदी में होगा तो महागठबंधन क्या होगा?
मैं नहीं समझता की अगले चुनाव में कोई और उम्मीदवार हो सकता क्योंकि कोई आठ नौ सांसद लेकर प्रधानमंत्री नहीं बनता है। मुझे लगता है कि अगले लोकसभा चुनावों में जनता राहुल गांधी की ईमानदारी का समर्थन करेगी उनकी सादगी और निर्मलता का साथ देगी। जहां तक क्षेत्रीय दलों की बात जो कांग्रेस की विचारधारा के होंगें वो कांग्रेस के साथ आयेंगे और राहुल गांधी ही प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगें।