नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ़ फिल्मी दुनिया के कई दिग्गज सितारों ने मोर्चा खोल दिया है। वह इस बिल के विरोध में लोगों से सड़कों पर उतरने की अपील कर रहे हैं। इस बीच एक्टर सिद्धार्थ ने नागरिकता कानून का विरोध करते हुए लोगों से फासीवाद के खिलाफ़ खड़े होने का आग्रह किया है।
सिद्धार्थ ने ट्विटर के ज़रिए मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “पहले वे मुसलमानों को, फिर ईसाईयों को, फिर दूसरे धर्मों को छांटेंगे, फिर वे दलित जातियों को किनारे करेंगे और इसके बाद स्त्रियों के अधिकारों को छीनेंगे। वे हमेशा बांटने का रास्ता ढूंढेंगे। वे हमेशा नफ़रत का रास्ता ढूंढेंगे। ये ही उनका तरीका है। फासीवाद को ना कहो। भारत बचाओ।”
First they will filter Muslims, then Christians, then other religions, then they will corner the oppressed castes and slyly go after the rights of women. They will always find a way to divide. They will always find a way to hate. This is their way. Say no to fascism! Save #India.
— Siddharth (@Actor_Siddharth) December 18, 2019
इसके अलावा सिद्धार्थ ने एक और ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, “और देखो कितने लोग अर्थव्यवस्था की बात कर रहे हैं। व्याकुलता, धोखे, त्याग, ये फासीवादियों के औजार हैं। खबरदार, फासीवाद के खिलाफ खड़े हो जाओ। जो सही है उसके लिए लड़ो!”
And look how many people are talking about the economy. Distraction. Deception. Denial. These are the tools of fascists. Beware. Stand against fascism. Fight for what is right! #India
— Siddharth (@Actor_Siddharth) December 18, 2019
बता दें कि फिल्मी दुनिया के कई सितारे नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में खड़े हैं। इन्होंने नागरिकता कानून के खिलाफ़ मोर्चा पुलिस द्वारा जामिया छात्रों की पिटाई के बाद खोला है। दो दिन पहले दिल्ली पुलिस ने जामिया यूनिवर्सिटी के कैंपस में घुसकर नागरिकता कानून का विरोध कर रहे छात्रों की बेरहमी से पिटाई की थी। जिसके बाद से देशभर में नागरिकता कानून के खिलाफ़ उबाल है।
जिन बॉलीवुड सितारों ने नागरिकता कानून का विरोध किया है, उनमें मनोज बाजपेई, राजकुमार राव, परिनीति चोपड़ा, सिद्धार्थ मल्होत्रा, पुलकित सम्राट, ज़ीशान अय्यूब, फरहान अख्तर, जावेद जाफरी, अली फज़ल, स्वरा भास्कर, अनुराग कश्यप, ऋचा चड्ढा के नाम शामिल हैं। फरहान अख्तर और जावेद जाफरी ने तो इस कानून के ख़िलाफ़ लोगों से सड़कों पर उतरने की अपील की है।
मोदी सरकार द्वारा लाए गए नागरिकता कानून में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए ग़ैर-मुस्लिमों को भारत की नागरिकता दिए जाने का प्रावधान है। जबकि इस कानून में मुसलमानों के लिए ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। जिसको लेकर बवाल हो रहा है। विपक्षी दल से लेकर देश की कई जानी मानी हस्तियां और छात्र इसे संविधान विरोधी और समाज को बांटने वाला बता रहे हैं।