हाल ही मे ADR (एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स) द्वारा जारी रिपोर्ट में सांसदों की संपत्ति और उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों का खुलासा हुआ है। ADR एक गैर सरकारी संगठन है।
इस रिपोर्ट में चुने गए 521 सांसदों की संपत्ति के बारे में बताया गया जिन्होंने 2014 चुनाव लड़ा था। इसमें बीजेपी, कांग्रेस समेत कई अन्य क्षेत्रीय पार्टियों के नेता भी शामिल हैं। इन सांसदों की वर्ष 2009 में औसतन संपत्ति 5.50 करोड़ रूपए थी। जो 2014 में दोगुनी से ज़्यादा बढ़कर 14.72 करोड़ हो गई। चुने गए 521 सांसदों में 83 प्रतिशत ‘करोड़पति’ हैं। यानि 521 में 430 सांसद करोड़पति बन चुके हैं।
वहीं 33 प्रतिशत के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है। रिपोर्ट के मुताबिक करोड़पति वाली श्रेणी में 227 सांसदों के साथ बीजेपी सबसे आगे है। जबकि कांग्रेस के 37 और एआइएडीएमके के 29 सांसद हैं।
रिपोर्ट में 32 सिटिंग सांसदों की संपत्ति 50 करोड़ से अधिक है। वहीं सिर्फ दो एमपी ऐसे हैं जिनकी संपत्ति 5 लाख से कम बताई गई हैं। रिपोर्ट में 33 प्रतिशत मौजूदा सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज हैं। शामिल 106 सांसदों के खिलाफ मर्डर, सांप्रदायिक झगडे उकसाने, किडनैपिंग और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं।
जबकि 10 सांसदों पर हत्या के मामले घोषित हैं। इस सूची में बीजेपी के 4 सांसदों के नाम हैं। जबकि कांग्रेस, आरजेडी, एनसीपी और एलजेपी के एक-एक सांसद मौजूद हैं।
रिपोर्ट में 14 मौजूदा सांसदों के खिलाफ हत्या के प्रयास के मामले दर्ज है। इनमे से 8 सांसद बीजेपी के हैं। कांग्रेस, एआइटीसी, एनसीपी, आरजेडी, शिव सेना और स्वाभिमानी पक्ष के एक-एक सांसद के नाम इस सूची में दर्ज हैं।
14 सांसदों के खिलाफ सांप्रदायिक अशांति फ़ैलाने के मामले हैं। एक बार फिर बीजेपी ने इसमें भी टॉप किया है। इस लिस्ट में 10 सिटिंग एमपी बीजेपी के हैं। एक-एक एमपी टीआरएस, पीएमके, आल-इंडिया मजलिस-ऐ-इत्तेहादुल मुस्लिमीन और एआईयूडीएफ के हैं।