पांच राज्यों में पार्टी की हार के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह हरियाणा के कुरुक्षेत्र में आयोजित गीता महोत्सव में शिरकत नहीं करेंगे। गुरुवार से शुरु हो रहे इस कार्यक्रम का अमित शाह को शुभारंभ करना था।    

क्या बीजेपी के चाणक्य इन दिनों इतने सदमे में हैं कि गीता महोत्सव में भी भाग लेने से बच रहे हैं , ये वही नेता हैं न जो 50 साल तक सत्ता में बने रहने का दावा करते हैं ?

अमित शाह ने अपना यह दौरा इसलिए रद्द किया है क्योंकि उन्हें पांच राज्यों में मिली करारी शिकस्त की दिल्ली के पार्टी मुख्यालय में समीक्षा करनी है। उन्होंने पार्टी मुख्यालय में एक बैठक बुलाई है, जिसमें पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष और राज्य प्रभारी शामिल होंगे।

ग़ौरतलब है कि लोकसभा से पहले पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों ने बीजेपी की नींद उड़ा दी है। बीजेपी नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं तक के चेहरों पर इस हार का असर साफ़ तौरपर देखा जा सकता है।

ऐसे में बीजेपी के लिए इस हार से उबरना बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। जिसके चलते अमित शाह ने गीता महोत्सव पर नेताओं के साथ बैठक को तरजीह दी है।    

इससे पहले संसद भवन में बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुई जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह समेत तमाम बीजेपी सांसद शामिल हुए। लेकिन इस मीटिंग में पार्टी की हार पर कोई चर्चा नहीं हुई थी।

बता दें कि 6 दिनों तक चलने वाले गीता महोत्सव में मॉरिशस के राष्ट्रपति शिरकत करेंगे और कार्यक्रम के आखिरी दिन पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी भी शामिल होंगे। 6 दिन गीता पर चिंतन, मनन व मंथन करने के लिए बुद्धिजीवी, संत महात्मा और गीता मनीषी जुटेंगे।

कुरूक्षेत्र की धरती पर ही महाभारत का युद्ध लड़ा गया था। इसीलिए कहा जा रहा है कि हरियाणा सरकार गीता महोत्सव का आयोजन कर पौराणिक इतिहास को जीवित रखने का एक प्रयास कर रही है।

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