‘अच्छे दिन आयेंगें’ ठीक वैसे ही जैसे राकेश रोशन की फिल्म में करण अर्जुन आए थे। वो फिल्म थी उसमें हीरो ट्रेन रोकने से लेकर जान बचाने तक सारे काम करता है। ऐसा ही कुछ हुआ साल 2014 के लोकसभा चुनाव में जहां पहले तो अच्छे दिन का वादा किया गया। ठीक उसी दौरान BJP ने ‘दामाद श्री’ नाम से एक बुकलेट लॉन्च के साथ साथ एक वीडियो लॉन्च की थी।
BJP ने इस 8 मिनट 8 सेकंड के वीडियो में रॉबर्ट वाड्रा को ‘घोटालो का बादशाह’ कहा जाता है। इस वीडियो में हर वो दावे किये गए जिससे आम आदमी को लगा होगा कि अब तो वाड्रा जेल में होंगें।
हालाकिं रविशंकर प्रसाद ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से सवाल करते हुए पूछता था कि आखिर कोई इंसान कैसे 1 लाख इन्वेस्ट करके कैसे 300 करोड़ कमा लेता है? इसका हिसाब उन्हें देना चाहिए। BJP की तरफ से हर वो कोशिश की गई जिससे जनता को लगने लगे कि बीजेपी की सरकार आते ही रॉबर्ट वाड्रा जेल जायंगें और करप्शन मिट जायेगा।
मगर ऐसा हुआ नहीं और BJP के पांच साल खत्म होने के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से जब एक टीवी कार्यक्रम में रॉबर्ट वाड्रा पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हमने कभी नहीं कहा कि हम रॉबर्ट वाड्रा को जेल में डालेंगे।
इसका मतलब ये कि वो तमाम प्रेस कांफ्रेंस जो बीजेपी ने रॉबर्ट वाड्रा ज़मीन घोटाले को लेकर की क्या वो बेबुनियाद थी अगर वो सच थे तो अब तक वाड्रा में जेल में क्यों नहीं है।
क्या ये भी बीजेपी के एक जुमला था जैसे 15 लाख सबको देना अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को वापस लाना और अच्छे दिन की बात करना। बीजेपी जिन जिन मुद्दों पर चुनाव लड़ा और जीता सब मुद्दे खोखले साबित हुए। यही वजह है कि पीएम मोदी समेत कई बीजेपी नेताओं की जनसभाओं से अच्छे दिन के नारे की जगह अब ‘मैं भी हूँ चौकीदार’ ने ली है। अब पीएम मोदी शहजादे का ज़िक्र नहीं करते अब वो एयरस्ट्राइक की चर्चा करते रहते है।