भाजपा नेताओं द्वारा महात्मा गांधी का अपमान किए जाने पर अब उद्योग जगत ने भी नाराजगी जताई है। महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा कि महात्मा गांधी की विरासत हमारे लिए ‘पवित्र’ है और उसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश तालिबान द्वारा अफगानिस्तान में मूर्तियां तोड़ने जैसी है।
आनंद महिंद्रा ने शुक्रवार को ट्विटर के ज़रिए कहा, 75 साल से भारत महात्मा की भूमि रहा है। वह एक मशाल की तरह हैं। दुनिया ने जब अपनी नैतिकता गंवा दी, हमें गरीबी में धकेल दिया गया, लेकिन तब भी हम अमीर थे क्योंकि हमारे पास बापू थे। उन्होंने दुनिया भर में अरबों लोगों को प्रेरित किया”।
उन्होंने कहा, “कुछ चीजों को हमेशा पवित्र रहने देना चाहिए। वरना हम, प्रेरित करने वाली या भरोसा देने वाली मूर्तियों को तबाह करते हुए एक दिन तालिबान बन जाएंगे”।
For 75 yrs,India’s been the land of the Mahatma;a beacon when the world lost its morality.We used to be pitied for being poor but we were always rich since Bapu inspired billions globally.Some things must remain sacred.Or we become the Taliban,destroying statues that sustain us
— anand mahindra (@anandmahindra) May 17, 2019
बता दें कि मालेगांव बम धमाके की आरोपी एवं भोपाल से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडन करते हुए उसे देशभक्त बता दिया था।
साध्वी प्रज्ञा ने कहा था, “नाथूराम गोडसे देशभक्त थे और हमेशा रहेंगे। वैसे लोग जो उन्हें आतंकी कह रहे हैं उन्हें खुद के अंदर झांक कर देखना चाहिए। ऐसे लोगों को चुनाव के बाद जवाब मिल जाएगा।”
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साध्वी प्रज्ञा के इस बयान पर बीजेपी को चौतरफा आलोचना का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा को फटकार लगाते हुए उनसे माफी मांगने के लिए कहा था। इसके कुछ ही घंटों बाद ही साध्वी प्रज्ञा ने अपने इस बयान को वापस लेते हुए इसे निजी बयान बताया और इसके लिए माफी मांग ली थी।
वहीं उनकी माफी पर केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने आपत्ति जताई थी। उन्होंने भी महात्मा गांधी का अपमान करते हुए कहा था कि गोडसे पर माफी मांगने की ज़रूरत नहीं।