महाराष्ट्र पुलिस ने भीमा कोरेगाँव हिंसा के आरोपी दलित स्कॉलर आनंद तेलतुंबडे को को आज सुबह मुम्बई एयरपोर्ट से गिरफ़्तार किया है। पुणे पुलिस ने माओवादियों से सम्बंध और एल्गार परिषद के मामलों को लेकर प्रोफ़ेसर तेलतुंबडे को गिरफ़्तार किया है।

बता दें कि इससे एक दिन पहले ही पुणे स्थित स्पेशल कोर्ट ने उनकी ओर से दाख़िल अग्रिम ज़मानत याचिका को ख़ारिज कर दिया था।

एल्गार परिषद मामले में तेलतुंबडे ने पुलिस द्वारा दर्ज FIR को रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई थी, लेकिन न्यायालय ने उनकी माँग को ख़ारिज कर दिया था।

जिसके बाद दलित स्कॉलर ने पुणे की विशेष अदालत में गिरफ़्तारी से बचने के लिए अग्रिम ज़मानत की अर्ज़ी दी थी जिसे कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया था। उसके एक दिन बाद आज उन्हें मुम्बई हवाईअड्डे से पुणे पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है।

दलित स्कॉलर आनंद तेलतुंबडे की गिरफ़्तारी पर राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने लिखा,  की गिरफ्तारी तो बहाना है, दलितों-आदिवासियों की आवाज़ को सदा के लिए जो दबाना है!

आज आदिवासियों को राष्ट्रीय विमर्श से मिटाया है, कल आदिवासियों को ही मिटा देंगे। ये संघी हैं, वर्ण व्यवस्था फिर से लाद देंगे! यह मानवाधिकार हनन के साथ साथ मनुवादी नँगा नाच भी है।

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ज्वाइंट कमिश्नर पुणे पुलिस का कहना है कि तेलतुंबडे को पूछताछ के बाद गिरफ़्तार किया गया है। जल्द ही उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।

आनंद तेलतुंबडे गोवा इंस्टिट्यूट आफ़ मैनेजमेंट के प्रोफ़ेसर हैं। कुछ दिनों पहले पुणे पुलिस ने उनके गोवा स्थित घर पर छापेमारी की थी। जिसमें पुलिस के उनको ख़िलाफ़ सबूत मिले थे। वो भीमा कोरेगाँव हिंसा मामले में आरोपी भी हैं।

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