राफ़ेल वाले छोटे अंबानी यानी अनिल अंबानी की कम्पनी रिलायंस कम्युनिकेशन Reliance Communication दिवालिया होने की कगार पर खड़ी है। ऐसा आरकॉम का कहना है।

उसका कहना है कि, वो 45 हज़ार करोड़ रूपये के क़र्ज़ को चुकाने में नाकामयाब रही है। उसने कम्पनी को दिवालिया घोषित करने के लिए नेशनल कम्पनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में याचिका दायर की है।

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मुकेश अम्बानी की कम्पनी रिलायंस कम्यूनिकेशन की ओर से जारी बयान में कहा गया कि- आरकॉम कम्पनी बोर्ड ने पाया कि 18 माह गुज़रने और संम्पत्तियों को बेचे जाने के बावजूद लेनदारों को अब तक कुछ नहीं हासिल हुआ है। आरकॉम ने तय किया है कि वो अब NCLT मुम्बई द्वारा तेज़ी से समाधान का रास्ता तलाशेगी

आरकॉम अधिकारियों ने कहा कि, हमें NCLT का रुख़ इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि आरकॉम को क़र्ज़ देने वाली संस्थाओं और हमारे बीच काफ़ी मतभेद हैं। पिछले 12 महीनों में इसे निपटाने के लिए हमने 45 बैठकें की, पर कोई नतीजा सामने नहीं आया।

आरकॉम का कहना है कि, उन्हें यक़ीन है कि NCLT के पास जाने से सारे समाधानों का हल 270 दिनों के अंदर हो सकेगा।

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अनिल अंबानी को मिला है राफ़ेल सौदा-

ग़ौरतलब है कि अनिल अंबानी मुकेश अम्बानी के छोटे भाई हैं। उन्हें बहुचर्चित राफ़ेल विमान का कॉन्ट्रैक्ट मिला है। दशकों से रक्षा उपकरण बना रही HAL से लेकर 13 दिन पहले बनी अंबानी की कम्पनी को दिये जाने पर काफ़ी सवाल भी खड़े हुए थे। कांग्रेस समेत विपक्ष ने इस डील में अरबों की दलाली का आरोप लगाया है।

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