जेएनयू में हुए हिंसा को कई दिन बीत जाने के बाद कल दिल्ली पुलिस ने जाँच में शामिल दस लोगों के नाम लोगों के सामने पेश किया है। इन नामों में घायल छात्रसंघ अध्यक्ष आईसी घोष का भी नाम शामिल है। जिसके बाद दिल्ली पुलिस के इस जाँच पर लोग जमकर सवाल उठा रहे है।
वहीँ फ़िल्म निर्देशक अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) जो जेएनयू में छात्रों के ऊपर हुए हमले को लेजकर लगातार केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस के ऊपर सवाल उठाते रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ‘पहले विद्यार्थियों का सिर फोड़ो , फिर हमलावरों को जाने दो और सुरक्षा ग्रहमंत्री की बढ़ाओ और हमले का इल्ज़ाम उसी के सिर मढ़ दो जिसका सर फूटा। वाह रे जुमला सरकार। वाह री दिल्ली पुलिस।‘
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अनुराग कश्यप ने अपने दूसरे ट्वीट में दिल्ली पुलिस से पूछा कि ”उन पुलिसकर्मियों की फ़ोटो कहाँ है जो बाहर खड़े हमला होने दे रहे थे। क्या उनपर इल्ज़ाम नहीं लगता”?
उन पुलिसकर्मियों की फ़ोटो कहाँ है जो बाहर खड़े हमला होने दे रहे थे । क्या उनपर इल्ज़ाम नहीं लगता ?
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) January 10, 2020
बता दें की जब जेएनयू के साबरमती हॉस्टल में छात्रों को नकाबपोश एबीवीपी और उनके गुंडे पीट रहे थे उस वक़्त दिल्ली पुलिस के कुछ जवान वहीं मौजूद थी लेकिन उन्होंने छात्रों को बचाने को कोशिश नहीं किया था।
दरअसल 5 जनवरी की रात जेएनयू में हुए छात्रों के ऊपर हमले का इलज़ाम बीजेपी के छात्र विंग एबीवीपी और उनके द्वारा बाहर से बुलाये गए नकाबपोश गुंडों पर लगा है। लेकिन दिल्ली पुलिस ने अपने जाँच रिपोर्ट में एबीवीपी से जुड़े एक हमलावर जिसने इण्डिया टुडे न्यूज़ चैनल पर अपना गुनाह भी कबूल क्र लिया है। उसका नाम तक शामिल नहीं किया है।
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फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप ने जेएनयू में हुए हमले और देश में चल रहे नागरिक कानून के विरोध कर रहे प्रफदर्शनकारियों को पुलिस डरा पीते जाने को लेकर मोदी सरकार की लगातार आलोचनाएं करते आये हैं। उन्होंने अपने एक और ट्वीट में कहा है की ”झूठी है, आतंकवादी है, गुंडा है , बेशर्म और बदतमीज़ और देशद्रोही है यह सरकार । यह बात आज पूरी तरह से साफ़ है”।