अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) ने ख़ुलासा किया है कि पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के पीछे सऊदी अरब के वली अहद मोहम्मद बिन सलमान का हाथ है। द वाशिंगटन पोस्ट ने मामले से जुड़े लोगों के हवाले से शुक्रवार को यह खबर दी।

अखबार ने अपनी स्टोरी में कहा कि सीआईए की जांच के मुताबिक, सऊदी अरब के 15 एजेंट सरकारी विमान से इस्तांबुल पहुंचे थे और उन्होंने सऊदी अरब के दूतावास में खशोगी की हत्या की। हालांकि इस बारे में पूछे जाने पर सीआईए ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

बता दें कि सीआईए के हवाले से अख़बार की यह रिपोर्ट सऊदी अभियोजक की जांच के उलट है, जिसमें उसने इस जघन्य हत्याकांड में सऊदी प्रिंस का हाथ होने से इनकार किया था।

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वाशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार खशोगी अपनी तुर्क मंगेतर से शादी करने के वास्ते आवश्यक दस्तावेज हासिल करने के लिए दूतावास गए थे। खशोगी हत्याकांड को लेकर सऊदी सरकार की ओर से बार-बार बयान बदलते रहे हैं।

बता दें कि 2 अक्टूबर को हुई इस हत्या के बाद सऊदी अरब ने पहले तो इस संबंध में कोई जानकारी होने से ही इनकार किया। इसके बाद उसने कहा कि खशोगी की मौत बहस के दौरान हुई मारपीट में हुई है।

अमेरिकी जांच एजेंसी द्वारा किए गए इस ख़ुलासे की आम आदमी पार्टी प्रमुख एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तारीफ़ की है।

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उन्होंने इस जांच को भारतीय जांच एजेंसियों के कामकाज के तरीकों से जोड़ते हुए ट्विटर के ज़रिए लिखा, “काश हमारे देश में भी इतनी जल्दी और इतनी ईमानदारी से हरेन पण्ड्या जैसे क़त्लों की जांच हो पाती”।

बता दें कि गुजरात के पूर्व गृह मंत्री हरेन पंड्या की हत्या मार्च 2003 में हुई थी। इस केस में गुजरात सरकार की संलिप्तता सामने आई थी। लेकिन 15 साल बीत जाने के बाद भी इस केस में किसी आरोपी को सज़ा नहीं हुई है।

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