उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी पर सवाल खड़े किये है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार ने जानकारी दी थी कि नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और विजय माल्या से 18 हजार करोड़ रुपए बैंकों को वापस मिल गए हैं। वरुण गांधी ने करोड़ों रुपये का कथित घोटाला कर विदेश भाग चुके लोगों की करवाई को लेकर केंद्र सरकार को घेरा है।
सांसद वरुण गाँधी ने बैंक फ्रॉड के इन मामलों में सरकार द्वारा की गई वसूली पर ट्वीट करते हुए लिखा कि, ”67 हजार करोड़ की चोरी कर देश छोड़ चुके धनपशुओं से विगत 7 वर्षों में मात्र एक चौथाई धन वसूली कतई पर्याप्त नही है। देश के ‘आर्थिक शत्रुओं’ पर इस ‘रहमदिली’ का बोझ आम हिंदुस्तानी अपने कंधों पर ढो रहा है, जब बचत खाते की ब्याज दरें आज ऐतिहासिक रूप से निचले स्तर पर हैं।”
67 हजार करोड़ की चोरी कर देश छोड़ चुके धनपशुओं से विगत 7 वर्षों में मात्र एक चौथाई धन वसूली कतई पर्याप्त नही है।
देश के ‘आर्थिक शत्रुओं’ पर इस ‘रहमदिली’ का बोझ आम हिंदुस्तानी अपने कंधों पर ढो रहा है, जब बचत खाते की ब्याज दरें आज ऐतिहासिक रूप से निचले स्तर पर हैं। pic.twitter.com/l8nNsbBL0a
— Varun Gandhi (@varungandhi80) February 26, 2022
केंद्र सरकार ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में जानकारी दी गई थी कि नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और विजय माल्या से 18 हजार करोड़ रुपए बैंकों को वापस मिल गए हैं। साथ ही तुषार मेहता ने बताया था कि पीएमएलए कानून के तहत अब तक 67 हजार करोड़ रुपए के मामले सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।
जनरल तुषार मेहता ने आगे बताया कि पीएमएलए कानून के तहत पिछले 5 सालों में हर साल जांच के लिए मामलों की संख्या बढ़ रही है। वर्तमान में ईडी द्वारा करीब 4700 PMLA मामलों की जांच की जा रही है। लेकिन अन्य देशों की तुलना में हमारे यहां पीएमएलए के तहत जांच के बहुत कम मामले उठाए जा रहे हैं।
बता दें कि विजय माल्या पर कई बैंकों से लिये गये करीब 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज नहीं चुकाने का आरोप है। नीरव मोदी पर पंजाब नैशनल बैंक में 14000 करोड़ रुपए से ज्यादा का घोटाला करने का आरोप है। अभी हाल ही में एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड के पूर्व चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक ऋषि अग्रवाल का नाम 22,842 करोड़ रुपये के कर्ज घोटाले से जुड़ रहा है।