केंद्र की मोदी सरकार द्वारा तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट की देखरेख का ज़िम्मा अडानी समूह को सौंपे जाने पर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आपत्ति जताई है। उन्होंने मोदी सरकार को पत्र लिखकर अपील की है कि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को प्राइवेट हाथों में न सौंपा जाए।

विजयन ने मांग की है कि एयरपोर्ट का संचालन तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (TIAL) को सौंपा जाए, जो कि सरकार द्वारा संचालित केरल राज्य औद्योगिक विकास निगम (KSIDC) के तहत आता है।

उन्होंने पत्र में कहा कि इस कदम से केंद्र और राज्य के हितों की रक्षा होगी और राज्य के समर्थन के साथ यह हवाई अड्डे के विकास का मार्ग भी प्रशस्त करेगा।

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सीएम विजयन ने कहा कि हवाई अड्डे के कामकाज को एक निजी संस्था को सौंपने से जनता में नाराज़गी है, उन्होंने कहा कि एक ही कंपनी को देश के सभी छह हवाई अड्डों का ठेका मिला है। बता दें कि पिछले साल नवंबर में सरकार ने इन हवाई अड्डों को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत चलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।

इसके लिए मंगाई गई बोलियां बीते 25 फरवरी को खोली गईं। इन बोलियों में 10 कंपनियों ने हिस्सा लिया था। लेकिन इनमें सबसे ऊंची बोली अडानी समूह ने लगाई, जिसके बाद सभी छह अहमदाबाद, तिरुवनंतपुरम, लखनऊ, मेंगलुरु, जयपुर और गुवाहाटी एयरपोर्ट्स के परिचालन को अडानी समूह को सौंप दिया गया।

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सीएम विजयन ने कहा कि 2005 में तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट को विकसित करने के लिए लगभग 23.57 एकड़ जमीन मुफ्त में इस शर्त पर दी गई थी कि अगर इसको प्रबंधित करने के लिए एक कंपनी बनती है, तो ज़मीन की लागत को सरकारी इक्विटी में बदल दिया जाएगा।

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