पिछले कुछ दिनों से भारत और पकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है। पहले पुलवामा आतंकी हमला और फिर एयर स्ट्राइक ने भारत-पकिस्तान के बीच रिश्तों में दरार को गहराया है।

जहां एक ओर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान संसद में भारतीय विंग कमांडर अभिनन्दन को वापस भारत भेजने की बात कही, वही भारत की तरफ से शांति प्रस्ताव पर कोई प्रक्रिया का आना अभी बाकी है।

लोगों के सवाल-जवाब के लिए एयर स्ट्राइक के बाद अब तक भारत ने केवल दो प्रेस कॉफ्रेंस किये जबकि पाकिस्तानी सेना के मेजर जनरल आसिफ गफूर ने दो प्रेस कांफ्रेंस किये और इमरान खान ने दो बार देश को सम्बोधित किया।

एयर स्ट्राइक और भारत-पकिस्तान संबंधों पर न्यूज़18 ने पूर्व में नॉर्दन कमांडर रहे लेफ्टिनेंट जनरल एचएस पनाग से बातचीत की। एचएस पनाग ने कहा, “लगातार वारफेयर की सूचनाएं दौड़ रही हैं। हालांकि जैसे हालात हैं मेरा सोचना है कि भारत परसेप्शन की लड़ाई हार गया है। उन्हें जो करना था कर दिया। उन्होंने मीडिया के जरिए जनता को विस्तार से बता दिया है।

इस विवाद के बाद पहले सुबह लगभग 10:20 बजे उन्होंने दोपहर को 1:30 को भी विस्तार से प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। मैं यही कहूंगा कि 1971 में 48 साल पहले रक्षा मंत्रालय का पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेंट नियमित रूप से मंत्रालय को ब्रीफिंग करता था। उनमें से कुछ लोग फ्रंट लाइन से सीधे तौर पर जुड़े हए थे।

इससे पहले परिस्थितियां ज्यादा बेहतर तरीके से मैनेज होती थीं। कारगिल युद्ध के दौरान, सशस्त्र बलों ने एक मेजर की अध्यक्षता में औपचारिक सूचना युद्ध कक्ष स्थापित किया था। इस दौरान हर किसी को सूचना दी जाती थी। नियमित तौर पर ब्रीफिंग होती थी।”

साथ ही उन्हें इस बात की ख़ुशी है देश में स्थितियां सामान्य हो रही हैं, “अगर आप कोई एक फैसला करते हैं तो कोशिश यह होनी चाहिए कि सभी चीजें सामने हों। मैं कहूंगा कि हर हाल में हमने परसेप्शन की लड़ाई हारी है।”

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here