कोरोना वायरस के ख़तरे के मद्देनजर जहां बीजेपी प्रवक्ता एवं क्वालिफाइड डॉक्टर संबित पात्रा ने खुद को घर में कैद कर लिया है, वहीं झारखंड के कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने घर से बाहर निकलकर बतौर डॉक्टर कोरोना पीड़ित लोगों का इलाज करने का फैसला किया है।

उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र भी लिखा है। इरफान ने पत्र में मुख्यमंत्री से अपील की है कि उन्हें बतौर डॉक्टर मरीजों की सेवा करने दी जाए। पत्र में उन्होंने लिखा कि वह एक जनप्रतिनिधि होने के साथ-साथ एमबीबीएस-एमडी डॉक्टर भी हैं। ऐसे समय में जब पूरा देश करोनावायरस की चपेट में है, तो उनका कर्तव्य बनता है कि वह आगे आएं और एक डॉक्टर होने का फर्ज निभाएं।

कांग्रेस विधायक ने आगे लिखा, ‘लोगों को कोरोना से बचा सकूं और उनका इलाज करूं। राज्य सरकार से आग्रह है कि वह मेरा इस्तेमाल कहीं भी कर सकती है।’

इरफान अंसारी के इस फैसले की तुलना संबित पात्रा के हाल ही के उस बयान से की का रही है जो उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किए गए लॉकडॉउन का समर्थन करते हुए दिया था। दरअसल पात्रा ने पीएम मोदी के लोकडाउन का समर्थन करते कहा था कि अब घर से बाहर नहीं जाएंगे।

सोशल मीडिया पर संबित पात्रा के इस बयान की काफ़ी आलोचना भी हुई थी। यूजर्स का कहना था ऐसे वक़्त में जब देश को ज़्यादा डॉक्टर्स की जरूरत है, तब पात्रा अपनी ज़िम्मेदारी से भाग कर घर पर बैठ गए हैं।

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