एक तरफ कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी महिला सशक्तिकरण के उद्देशय से ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा दे रही हैं। वहीं दूसरी तरफ कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक केआर रमेश कुमार बलात्कार जैसे जघन्य अपराध के दौरान महिलाओं को ‘आन्नद’ की बात कह रहे हैं।
रमेश कुमार ने सरकार की बेबसी पर नाराज़गी जताते हुए एक ऐसा उदाहरण दिया जिससे उनकी संवेदनहीन मानसिकता झलकती है, उन्होंने कहा ”जब बलात्कार को रोका नहीं जा सकता, तो लेटिये और मजे लीजिए।” रमेश कुमार के इस बलात्कारी मानसिकता वाले बयान पर विधानसभा अध्यक्ष और भाजपा नेता विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने ठहाके लगाकर हँसना शुरू कर दिया।
कांग्रेस नेता का बयान और भाजपा नेता की हँसी उनकी असंवेदनशीलता का प्रमाण है। जो नेता विधानसभा में बैठकर महिलाओं के प्रति अपनी घिनौनी और पितृसत्तात्मक सोच की नुमाइश कर रहे हैं, वो व्यक्तिगत जीवन में क्या करते होंगे? उनके आस-पास की महिलाओं उनसे कितनी सुरक्षित होंगी?
फिलहाल रमेश कुमार के इस बयान की चौतरफा आलोचना हो रही है। भाजपा ने विरोध करते हुए रमेश कुमार के इस्तीफे की मांग की है। लेकिन अपने नेता की असंवेदनशील ठहाके पर अब भी चुप्पी कायम है।
मामला बढ़ता देख कांग्रेस नेता ने माफी मांगने औपचारिकता पूरी कर दी है। हालांकि मांफी मांगने के दौरान ही उन्होंने ये साफ कर दिया कि वो सिर्फ विवाद को शांत करने के लिए मांफी मांग रहे हैं। उन्होंने कहा, ”अगर इससे महिलाओं की भावनाएं आहत हुई हैं, तो मुझे माफी मांगने में कोई परेशानी नहीं है। मैं तहे दिल से माफी मांगता हूं। मैंने माफी मांग ली है, अब इस मामले को और न खींचा जाए”
माफीनामे का पहला शब्द ‘अगर’ ये बताने के लिए काफी है कि रमेश कुमार को खुद अपनी गलती का अहसास नहीं है। ”मुझे माफी मांगने में कोई परेशानी नहीं है” इस वाक्य से ऐसा प्रतित होता है कि रमेश कुमार माफी मांगकर महिलाओं पर कोई अहसान कर रहे हैं।
हालांकि कल जब मीडिया ने उनसे उनके बयान पर प्रतिक्रिया लेनी चाही, तब उन्होंने जिस तरह से हाथ हिलाया वह ये बताने के लिए काफी है कि उन्हें उनके कहे पर ज़रा भी पछतावा नहीं है।
#WATCH | Bengaluru: Karnataka Congress MLA Ramesh Kumar evades reporters' questions on if he will apologise for his 'rape' remark made in the state Assembly, yesterday. pic.twitter.com/kUS1IVnIUx
— ANI (@ANI) December 17, 2021