केंद्र की मोदी सरकार कोरोना जैसी महामारी को लेकर किस कदर लापरवाही बरत रही है, इसकी एक बानगी जम्मू-कश्मीर में देखने को मिली। यहां सरकारी अस्पतालों में काम करने वाले डॉक्टर्स और स्टॉफ तक को मास्क और सेनेटाइज़र जैसी मूलभूत चीज़े मुहैया नहीं कराई जा रही हैं। हद तो ये है कि जब एक डॉक्टर ने सरकार से ये चीज़ें मुहैया कराने की मांग की तो उनका ट्रांसफर कर दिया गया।
दरअसल, डॉक्टर्स एसोसिएशन जम्मू के अध्यक्ष डॉ बलविंदर सिंह ने पिछले हफ्ते जम्मू कश्मीर स्वास्थ्य विभाग से कोरोना से निपटने के लिए मास्क और सेनेटाइज़र मुहैया कराए जाने की अपील की थी।
उन्होंने प्रशासन से मांग करते हुए कहा था कि जब तक संभाग के सभी अस्पतालों में तैनात डॉक्टरों को सैनिटाइज़र और मास्क्स मुहैया नहीं करवाए जाते तब तक कोरोना वायरस से निपटना नामुमकिन है।
डॉक्टर सिंह की इस अपील के बाद उनका ट्रांसफर बटोट कर दिया गया। अपने इस ट्रांस्फर के बाद उन्होंने एक वीडियो जारी कर आप बीती सुनाई। सिंह ने बताया कि उन्होंने हेल्थ सर्विस की डॉक्टर से फोन पर इस बात की शिकायत की कि अस्पतालों में डॉक्टर्स के पास मास्क और सेनेटाइज़र नहीं है। जिससे वायरस ज़्यादा लोगों में फैल सकता है। उन्होंने बताया कि शिकायत के आधे घंटे के बाद ही उन्हें ट्रांस्फर लेटर दे दिया गया।
Dr. Balvinder Singh, President of Doctors association Jammu claims he was transferred from District hospital Udhampur for demanding mask & sanitizers for staff in J&K. This was not covered by mainstream media. Except @DeccanHerald #Coronaindia https://t.co/bSpeKWTzMj pic.twitter.com/Shu8mfCiNO
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) March 16, 2020
डॉक्टर्स एसोसिएशन कश्मीर ने डॉक्टर बलविंदर सिंह के ट्रांस्फर की आलोचना की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर सुहैल नाइक ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अस्पतालों के लिए मास्क और सैनिटाइजर की मांग करने वाले डॉक्टर बलविंदर का बटोट ट्रांस्फर कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि ये डॉक्टर्स और अन्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाता ही हैं जो कोरोनो वायरस के खतरे से निपटने के लिए सामने खड़े हैं। डॉक्टर और पैरामेडिक्स मरीजों को तभी बचा सकते हैं, जब वे पहले खुद सुरक्षित हों।