गणतंत्र दिवस पर घटी घटना के बाद दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन को खत्म करने की कोशिशें की जा रही है। लेकिन किसान नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर किसानों को संगठित कर लिया है।

आज महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर दिल्ली में किसान पूरे दिन उपवास रखकर कृषि कानूनों का विरोध करने वाले हैं।

कल दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर किसानों पर स्थानीय निवासियों द्वारा हमला किया गया। इन लोगों ने धरनास्थल खाली करवाने के लिए किसानों पर पत्थरबाजी की। इस दौरान पुलिस वहां पर मूकदर्शक बने तमाशा देखती रही।

इससे पहले भी दिल्ली पुलिस द्वारा किसानों पर लाठीचार्ज किए जाने की खबरें सामने आई थी।

सोशल मीडिया पर ऐसी कई तस्वीरें वायरल हो रही है। जिनमें देखा जा सकता है कि दिल्ली पुलिस किसानों को निशाना बनाकर उन्हें पीट रही है।

इस मामले में कांग्रेस नेता श्रीवत्स ने भाजपा की सरकार और दिल्ली पुलिस पर गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने पुलिस द्वारा पीटे जा रहे किसान की तस्वीर शेयर करते हुए ट्वीट किया है।

कांग्रेस नेता श्रीवत्स ने लिखा, “आशा है कि भारतीय, विशेषकर एनआरआई भारतीय, जिन्होंने जॉर्ज फ्लॉयड के लिए आवाज़ उठाई थी, अब इस क्रूर अत्याचार के लिए बोलेंगे।

पुलिस और भाजपा के गुंडों ने मिलकर इस किसान की पिटाई की है। क्या किसान का जीवन मायने नहीं रखता?”

 

आपको बता दें कि विपक्षी पार्टियों द्वारा भाजपा पर लगातार यह आरोप लगाए जा रहे हैं कि गणतंत्र दिवस के मौके पर जानबूझकर किसानों को बदनाम करने और आंदोलन को खत्म करने के लिए सुनियोजित साजिश रची गई थी। ताकि आम लोगों को किसानों के खिलाफ भड़काया जा सके।

2 महीनों से चल रहे शांतिपूर्ण किसान आंदोलन से लेकर गणतंत्र दिवस के दिन घटी घटना और उसके बाद अब तक जो कुछ भी हो रहा है। उस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठ रहे हैं।

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