लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ताबड़तोड़ रैलियां करते नज़र आ रहे हैं। आज वह बिहार के गया में एक चुनावी रैली करेंगे, जिसमें वह अपनी सहयोगी पार्टी जेडीयू के उम्मीदवार विजय मांझी के लिए वोट मांगेंगे।
प्रधानमंत्री एयरफोर्स के विशेष विमान से दिल्ली से सीधे गया पहुंचेंगे। वह गया के गांधी मैदान में शाम 4 बजे सभा को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी की रैली के मद्देनज़र सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जिले की सीमाओं को सील किया गया है। जगह-जगह केंद्रीय बल तैनात हैं। सभास्थल पर विशेष रूप से त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
इसके साथ ही ख़बर यह भी है कि पीएम मोदी की रैली के मद्देनज़र ज़िले के कई स्कूलों को बंद रखा गया है। बताया जा रहा है कि ज़िले के कई प्राइवेट स्कूलों में पीएम मोदी की रैली की वजह से छुट्टी की गई है।
पत्रकार तारिक़ अनवर ने इस बात की जानकारी ट्विटर के ज़रिए दी है। उन्होंने स्कूल बंद रखे जाने की नोटिस को शेयर करते हुए लिखा, “मोदी एक रैली के लिए कल गया आ रहे हैं और सभी स्कूलों को एक दिन के लिए बंद करने के लिए कहा गया है। शिक्षा पर एक चुनावी भाषण को तरजीह दी जाती है। कितने शर्म की बात है!”
Modi is coming to Gaya tomorrow for a rally and every school has been asked to shut for the day.
Education takes a backseat for the sake of one election speech.
What a shame! pic.twitter.com/YxBKVG3QEl
— Tarique Anwer (@tanwer_m) April 1, 2019
दिलचस्प बात तो यह है कि पीएम मोदी सभा को शाम 4 बजे संबोधित करेंगे और उन स्कूलों को बंद रखा गया है जहां दिन के 1 बजे तक छुट्टी हो जाती है। इसके साथ ही जिन स्कूलों को पीएम मोदी की रैली के चलते बंद रखा गया वह सभास्थल से कम से कम 15 से 20 किलोमीटर की दूरी पर हैं।
योगी की रैली में दिखा अखलाक का हत्यारोपी, केशव बोल- जो भी कमल खिलाएगा उसका स्वागत है
हो सकता है कि सुरक्षा इंतेज़ामों के मद्देनज़र स्कूलों को बंद रखा गया हो, लेकिन सवाल यह है कि क्या एक चुनावी रैली के लिए बच्चों के स्कूल को बंद किया जा सकता है? क्या ज़िला प्रशासन और स्कूल प्रशासन सच में शिक्षा पर चुनावी रैली को तरजीह देता है?