महाराष्ट्र में आज महा विकास अघाड़ी (कांग्रेस, शिवसेना, एनसीपी गठबंधन) की सरकार बनने जा रही है। लेकिन नई सरकार के गठन से पहले ही मंत्री बनने जा रहे कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) का शिकंसा कस गया है।
ED ने आदर्श सोसायटी घोटाले की जांच फिर से शुरू कर दी है। कोलाबा स्थित आदर्श सोसाइटी में बुधवार को ईडी के अधिकारी पहुंचे और माप लेना शुरू कर दिया। ऐसा दूसरी बार है जब ईडी के अधिकारी सोसाइटी के परिसर का दौरा कर रहे हैं।
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बता दें कि आदर्श सोसाइटी घोटाला वही घोटाला है, जिसके सामने आने के बाद अशोक चव्हाण को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। बता दें कि इससे पहले चव्हाण के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति देने के राज्यपाल के आदेश को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था। लेकिन इसके बावजूद ED ने मामले में फिर से जांच शुरु कर दी है।
अब इस केस को फिर से खोले जाने से अशोक चव्हाण की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। ED की इस कार्रवाई के बाद प्रतिक्रियाओं का दौर शुरु हो गया है। आरोप लगाए जा रहे हैं कि महाराष्ट्र में शिकस्त खाने के बाद बीजेपी ED का इस्तेमाल विरोधियों को परेशान करने के लिए कर रही है।
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पत्रकार रोहिणी सिंह ने ED की इस कार्रवाई पर तंज़ कसते हुए कहा, “कौन कहता है कि बीजेपी को सहयोगियों से समस्या है? इसके प्रमुख सहयोगी इसके पीछे मज़बूती से खड़े हैं”।
Who says BJP has problems with allies? It’s main allies are standing strongly behind it. https://t.co/VImCBvNxAx
— Rohini Singh (@rohini_sgh) November 28, 2019
क्या है आदर्श सोसायटी घोटाला?
महाराष्ट्र सरकार ने युद्ध विधवाओं और रक्षा मंत्रालय के कर्मचारियों के लिए इमारत बनाने का फैसला लिया था। जिसे आदर्श हाउसिंग सोसायटी का नाम दिया गया था। लेकिन इसके बनने के बाद आरटीआई में खुलासा हुआ कि नियमों की अवहेलना करते हुए इसके फ्लैट अफसरों और नेताओं को बेहद ही कम कीमत पर दिए गए थे।