“अगर कोई कहता है कि भारत की सेना मोदी जी की सेना है तो वो ग़लत ही नहीं, देशद्रोही भी है” यह कहना है सेना के पूर्व जनरल और गाजियाबाद से वर्तमान में BJP के सांसद वीके सिंह का।

पूर्व जनरल वीके सिंह ने यह बात बीबीसी हिन्दी को बुधवार को दिए एक साक्षात्कार में कही। बीबीसी संवाददाता यह सवाल पूछने कि क्या भारतीय सेना को ‘मोदी जी की सेना’ कहना उचित है? के जवाब में पूर्व सेना प्रमुख और केंद्र में विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा,

”BJP के प्रचार में सब लोग अपने आप को सेना भी बोलते हैं। लेकिन हम किस सेना की बात कर रहे हैं ? क्या हम भारत की सेना की बात कर रहे हैं या पॉलिटकल वर्कर्स की बात कर रहे हैं ? मुझे नहीं पता कि क्या संदर्भ है। अगर कोई कहता है कि भारत की सेना मोदी जी की सेना है तो वो ग़लत ही नहीं, वो देशद्रोही भी है। भारत की सेनाएं भारत की हैं, ये पॉलिटिकल पार्टी की नहीं हैं।”

जनरल सिंह ने कहा, ”भारत की सेनाएं तटस्थ हैं। इस चीज़ में सक्षम हैं कि वो राजनीति से अलग रहें। पता नहीं कौन ऐसी बात कर रहा है। एक ही दो लोग हैं जिनके मन में ऐसी बातें आती हैं, क्योंकि उनके पास तो कुछ और है ही नहीं।”

वीके सिंह ने कहा, ”भारत की सेना की बात करते हैं तो भारत की सेना की बात करो। अगर आप पॉलिटिकल वर्कर्स की बात करते हैं, जिसको कई बार हम मोदी की सेना या बीजेपी की सेना बोल सकते हैं, लेकिन उसमें और भारत की सेना फ़र्क़ है। ”

सर्जिकल स्ट्राइक पर फ़िल्म बनने के सवाल पर जनरल सिंह ने कहा, ”मूवी तो सब पर बनती है भाई। एक प्रहार मूवी बनी थी, आतंकवादियों के ख़िलाफ़. यह तो 90 के दशक में बनी थी।”

आपको बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1 अप्रैल को ग़ाज़ियाबाद में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह के चुनाव प्रचार में भारतीय सेना को ‘मोदी जी की सेना’ कहा था। जिसके बाद विपक्षी पार्टियों ने तो आपत्ति जताई थी। वहीं कई पूर्व सैन्य अधिकारियों ने भी आपत्ति जताते हुए कहा है कि सेना देश की होती है, किसी नेता की नहीं होती है।

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