जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटे एक महीने से ऊपर का वक़्त हो चला है। मगर मोदी सरकार लगातार सबकुछ ठीक होने का दावा कर रही है। जहां एक तरफ वो ये भी कहती हुई नज़र आ रही की कश्मीर में हालत काफी सामान्य (normal) है। मगर वहां रहने वाले नेता अलग ही कहानी बयान कर रहें है जम्मू-कश्मीर के पूर्व विधायक मोहम्मद यूसुफ तारिगामी ने कई ऐसी बातें कहीं है जो कश्मीर के हालत बयान कर रही है।
दरअसल सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचूरी ने पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट से अपने पार्टी के कार्यकता से मिलने के लिए अर्जी दी थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए शर्तों के साथ यचूरी को कश्मीर जाने की इजाजत दे दी गई थी। अब वही तारिगामी के साथ यचूरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें पूर्व विधायक ने कई खुलासे किए है।
उन्होंने कहा कि भाजपा का दावा है कि एक भी गोली नहीं चलाई गई है और कोई भी मारा नहीं गया है। लेकिन, सच्चाई ये है कि कश्मीरी धीरे धीरे मौत के करीब जा रहे हैं। हम भी जीना चाहते हैं। एक कश्मीरी, एक हिंदुस्तानी बोल रहा है यह ये मेरी अपील है, हमारी भी सुनें। इतना कहते ही तारिगामी की भावुक हो गए और उनकी आंखों से भी आंसू आ गए।
तारिगामी आगे कहा कि ‘मैं परेशान हूं। इस शासन से हमें बहुत उम्मीदें नहीं थीं, लेकिन, मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि वे एक संवैधानिक प्रावधान को अलविदा कहने के लिए इतने उतावले होंगे। कश्मीर के लोग मजबूर नहीं थे, मैं इस स्थिति को देखकर चिंतित हूं।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को पांच अगस्त को खत्म कर दिया गया था जिसके बाद से वहां प्रतिबंध लगे हुए हैं। इन प्रतिबंधों के चलते कश्मीरियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि सरकार का कहना है कि कश्मीर में हालात को सामान्य करने के लिए प्रतिबंध अनिवार्य हैं। हालात सुधरने पर प्रतिबंध हटा दिए जाएंगे।