कश्मीर, नॉर्थ ईस्ट, दक्षिण भारत को लेकर स्वघोषित मेनस्ट्रीम मीडिया का रवैया हमेशा से विभेदकारी रहा है। अपने नज़रिए को जमीनी हकिकत पर थोपने की कुंठा से ग्रस्त पत्रकारों को एक बार फिर सार्वजनिक ‘अपमान’ का सामना करना पड़ा है।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने टाइम्स नाऊ के रिपोर्टर को लताड़ लगाते हुए ‘साम्प्रदायिक’ कहा है।

दरअसल, शनिवार (11 दिसंबर 2021) को जम्मू में टाइम्स नाऊ के रिपोर्टर ने बांदीपोरा हमले में मारे गए दो पुलिसकर्मियों की मौत पर फ़ारूक़ अब्दुल्ला की प्रतिक्रिया जाननी चाही। फ़ारूक़ अब्दुल्ला शायद पहले से अमुक पत्रकार के रवैये से वाकिफ थे।

उन्होंने टाइम्स नाऊ के पत्रकार पर झल्लाते हुए कहा, आप मुझसे क्या कहलवाना चाहते हैं। यह एक दुःखद घटना है। फिर सवाल दोहराने पर फ़ारूक़ अब्दुल्ला और गुस्से में कहते हैं कि ये बात केंद्र सरकार को बताओ, जो कहती है यहां सब ठीक है। जब यहां पुलिसकर्मी सुरक्षित नहीं हैं तो एक आम आदमी की सुरक्षा कैसे होगी।

जब फ़ारूक़ अब्दुल्ला के गुस्से को गैरजरूरी बताने के मकसद टाइम्स नाऊ के रिपोर्टर ने खुद को पत्रकार कहते हुए अपना बचाव किया तो अब्दुल्ला ने कहा, मैं आपके मुँह पर कह रहा हूँ आप पत्रकार नहीं हैं आप साम्प्रदायिक हैं।

इसके बाद फ़ारूक़ अब्दुल्ला के सामने वही सवाल उछाला गया जिसका जवाब वो आए दिन अलग-अलग मंचों से देते रहते हैं। सवाल- क्या अब भी पाकिस्तान से बातचीत की जानी चाहिए?

फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने हमेशा की तरह अपना स्टैंड क्लियर करते हुए कहा ”आपको करना ही पड़ेगा क्योंकि और कोई रास्ता नहीं है। जब हमारी सीमा में घुस चुके चीन से वार्ता हो सकती है तो पाकिस्तान से क्यों नहीं।”    

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