
छत्तीसगढ़ में 15 साल बाद सत्ता में कांग्रेस की सरकार आने के बाद प्रदेश के कई विभागों में हड़कंप मच गया है। प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री राजसेवक पैकरा का बंगला खाली करने से पूर्व कई दस्तावेज जला दिए गए।
इन दस्तावेजों को राजसेवक पैकरा के आदेश पर जलाया गया है। आशंका जताई जा रही है, जलाए गए फाइल पुलिस विभाग ( आईजी और एसपी) से जुड़ी हैं जिन्हें गोपनीय रखा गया था।
वैसे सरकारी काग़जात जलने का यह पहला वाकया नहीं है। गुरुवार को भी प्रदेश में इस तरह की ख़बरें सामने आई थी। प्रदेश के इंटेलिजेंस विभाग के अधिकारिक फाइलें और पेपर्स जला डालने की खबर आई थी।
ज्ञातव्य हो कि छत्तीसगढ़ में पिछले 15 सालों से राजकाज संभालने वाली भाजपा सरकार पर कई महा घाटालों के आरोप लग चुके हैं-
36,000 करोड़ रू का सिविल सप्लाई घोटाला, 54,000 करोड़ रू का इंदिरा प्रियदर्शनी घोटाला, 2100 करोड़ का चिट- फंड घोटाला, 200 करोड़ रू का माइनिंग घोटाला और 10,000 करोड़ रू का ऊर्जा घोटाला ।
ये सारे घोटाले भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान ही हुए हैं। ऐसे में जिस गति से कांग्रेस के सत्ता संभालने से पहले भाजपा के मंत्री और उनके कार्यकाल में काम करने वाले कर्मचारी दस्तावेजों को जला रहे हैं उसे यह साबित होता है कि भाजपा जरूर कुछ बड़ा घोटाला छुपाने का आखिरी प्रयास कर रही है