सीएम योगी भले ही ‘गाय प्रेम’ में जी भरकर बजट लुटा रहे हों, लेकिन सरकार के नौकरशाह गाय को चारा और पानी तक उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं।
प्रदेश के बुलंदशहर में सरकारी गौशालाओं में गाय लापरवाही के चलते भूख और प्यास से तड़प-तड़प कर दम तोड़ रही है। बेजुबान गायों को गौशाला में नोच-नोच पशु-पक्षी अपनी भूख मिटा रहे हैं।
योगी का गाय प्रेम निकला फर्जी, नोएडा की गोशाला में बिना चारे-इलाज के 200 गायों की हुई मौत
बीबीसी की एक वीडियो रिपोर्ट में साफ़ देखा जा सकता है कि गाय के नाम वोट लेने वाले गौशाला को कोई मदद नहीं दे रहें है। ना गौशाला में गायों के लिए खाना है और ना ही इतना पानी की उसे पी सके।
गौशाला के लिए पैसा नहीं भेजा जाता और ना ही वहां तैनात लोगों को समय पर सैलरी दी जा रही है। ऐसे में स्थानीय लोगों का कहना है कि योगी को चाहिए की वो गौशाला पर ध्यान दें सिर्फ गौशाला खोल देने से कुछ नहीं होने वाला है।
गौशाला में तैनात चौकीदार ने बताया कि गौशाला में अब तक 15 से 20 गाय की मौत हो गई है। हर रोज काम से कम दो से तीन गाय मर रही है। वहीँ पशुधन प्रसार अधिकारी का कहना है कि यहां पर चारा और पानी की व्यवस्था ठीक नहीं है। धूप ज्यादा पड़ रही है इससे 3, 4 मौतें हुई हैं।
देश में गाय बचाने के लिए पिछले पांच सालों में क्या कुछ नहीं हुआ। यूपी में योगी सरकार आने के बाद स्लॉटर हाउस को बंद करवा दिया गया। गायों के लिए सरकार ने अलग से फंड जारी किया, जिससे की उनकी देखभाल हो सके। लेकिन, स्थिथि जस की तस बनी हुई है। गाय के नाम पर दादरी में अखलाख और अलवर में पहलू खान को भीड़ द्वारा मार दिया गया।